रिपोर्ट – किशोर सिंह / अजमेर – पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते कैसे है जग जाहिर है। पाकिस्तान से यदि कोई भारत में आता है तो खुफिया तंत्र चौकन्ना रहता है। पाक से आने वाले लोगों का वीजा में जिस जगह का होता है उससे अलग वह जा नहीं सकता। अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर पाकिस्तानी आते हैं, लेकिन उनका वीजा भी अजमेर और दरगाह का ही होता है। इसके अलावा वह अन्य कहीं पर भी नहीं जा सकता। लेकिन तीर्थ नगरी पुष्कर की ब्रह्म पुष्कर गऊ शाला के दानपत्रों में पाकिस्तानी मुद्रा मिलने से सनसनी फैल गई । पाकिस्तानी मुद्रा मिलने से खुफिया तंत्र के भी कान खडे हो गए हैं।
हेमंत रायता, गोशाला संचालक ने बताया , गऊ शाला के दान पात्र में आये चंदे को हर महीने के तरह इस बार भी गिनने का सिलसिला जारी था । तभी चंदे में पाकिस्तान के 2 दस रुपये के नोट मिलने से गऊ शाला संचालक सकते में आ गए । जिसके सूचना मिलते ही गुप्तचर विभाग के अधिकारी मामले की जांच में जुट गए । गौरतलब है कि गऊ शाला के दानपात्र ब्रह्म मंदिर, पुष्कर सरोवर जैसी संवेदनशील स्थानो पर रखे हुए है । इस मामले के प्रकाश में आने से भारतीय सुरक्षा व्यवस्थाओ पर सवाल खड़े हो रहे है । गुप्तचर विभाग के सूत्रों के अनुसार इस माह में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पुष्कर आगमन की कोई सूचना नही है । ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि यह पाकिस्तानी मुद्रा दानपत्रों तक आई कैसे ? पूर्व में अमरीकी मूल के आतंकवादी डेवेढ़ कोलमेन हेडली ने पुष्कर के मुख्य स्थानो की रेकी की थी । जिसका खुलासा होटल ताज पर हुए आतंकी हमले के बाद हुआ था । फिलहाल 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के नजदीक होने के कारण गुप्तचर विभाग इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच में जुट गया है ।