किसान टपका सिंचाई प्रणाली व फव्वारा सिंचाई प्रणाली अपनाएं – मुख्यमंत्री

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रोहतक  –  पंचायती जमीनों को लीज पर देकर गांवों की आय बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए ऐसी योजनाएं बनाई जाएंगी, जिससे किसानों की आमदनी प्रति एकड़ एक लाख रुपए तक हो सके। राजधानी दिल्ली के आसपास लगते क्षेत्र में फूलों व सब्जियों की पैदावार बढ़ाकर किसानों की आय बढ़ाई जाएगी, इसके लिए गुडग़ांव में फूल मंडी व गन्नौर में सब्जी मंडी स्थापित की जा रही है। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे सभी टपका सिंचाई प्रणाली व फव्वारा सिंचाई प्रणाली अपनाएं, जिस पर सरकार सब्सिडी दे रही है। मुख्यमंत्री आज रोहतक के गांव बनियानी में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे ।
उन्होंने कहा कि 31 मई तक बकाया बिजली बिलों का भुगतान करने पर ब्याज व जुर्माना माफ कर दिया जाएगा। कोई भी उपभोक्ता अपनी बकाया राशि 6 किश्तों में भी अदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि म्हारा गांव-जगमग गांव योजना के तहत पूरा बिजली बिल भरने वाले गांव को 24 घंटे बिजली दी जाएगी। उन्होंने कहा कि झज्जर और रोहतक में लगभग 16 हजार एकड़ जमीन ऐसी चिन्हित की गई है, जिस पर पानी भरा रहता है या इस क्षेत्र में पानी खारा है, इस जमीन को उपजाऊ बनाया जाएगा व मछली पालन के लिए तैयार किया जाएगा, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि अपने गांव में आने पर बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं। उन्होंने अपने बचपन के लम्हों को याद करते हुए बताया कि जब मैं प्राइमरी स्कूल में पढ़ता था तब स्कूल में केवल तीन ही कमरे थे। उन्होंने पुराने गांव के पुराने स्थानों, जोहड़, कुओं व गलियों के बारे में भी ग्रामीणों से अपनी यादें सांझा की। उन्होंने कहा कि उन्हें ग्रामीणों से हमेशा अपार स्नेह व सहयोग मिला है।
उन्होंने युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रदेश में जगह-जगह कौशल विकास केंद्र खोले जा रहे हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि प्रति वर्ष प्रदेश में दो लाख युवाओं को रोजगार की आवश्यकता पड़ती है, जिसे पूरा करने के लिए उनका कौशल विकास कर उन्हें रोजगार मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पोस्ट ग्रेजुएट व ग्रेजुएट युवाओं के लिए सक्षम योजना लागू की है, जिसके तहत 100 घंटे काम के बदले क्रमश: 9 हजार व 7500 रुपए दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो सालों में करीब 3500 घोषणाएं की है, जिनमें 1500 घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं तथा 2 हजार इस साल पूरी हो जाएंगी।