नन्हे धावक का कीर्तिमान

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सुमित / पानीपत – जिस  उम्र में बच्चों  को खिलौनों का शोंक होता है उस उम्र का बच्चा अगर कोई कीर्तिमान स्थापित करने की ठान ले और दूसरों बच्चो के लिए प्रेरणा बने तो हैरानी होनी स्वभाविक है और उस बच्चे के माता पिता का सीना भी गर्व से ऊंचा उठता है ,जी हां पानीपत दूसरी कक्षा का छात्र  6 वर्षीय शलेश्वर ने , एक -दो नहीं बल्कि  32   किलोमीटर की रेस लगाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया ,इतना ही नहीं जब शलेश्वर ने दौड़ना शुरू किया तो उसके साथ स्कूल के कई छात्र  छात्रओ ने भी दौड़ लगाई और स्कूल पहुचने पर बच्चे का जोरदार स्वागत किया गया  आप को बता दे कि शलेश्वर पहले भी 21 किलोमीटर की दौड़ लगा चुका है ।

कहते है जब कोई बच्चा पैदा होता हैं तो वह अपनी किस्मत भी साथ लेकर आता हैं लेकिन इस दुनिया मे कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो बचपन से ही अपनी किस्मत खुद लिखते हैं ।ऐसा ही पानीपत का एक बेटा शलेश्वर जिसने  अपनी किस्मत खुद ही लिखने की ठानी हैं और गिनीज बुक में नाम लिखवाने  की चाहत रखता है। शलेश्वर मार्च 2017 में 21 किलोमीटर दौड़कर रिकॉर्ड बनाया था  और अपने की रेकॉर्ड को तोड़ने का मन बनाया ।जिसके लिए आज शामली के सांसद हुकम सिंह ने शलेश्वर को हरी झंडी दिखाकर 32 किलोमीटर की दौड़ शुरू की ।यह दौड़ उसने देश की  जनता को बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ का सन्देश देने के लिए की । शलेश्वर को यूपी व हरियाणा के लोग दौड़ते देख आश्चर्यचकित थे और उसके होंसले लिए शहर व स्कूल के बच्चे भी दौड़े  शलेश्वर ने पूरे 32 किलोमीटर की दौड़ बगेर बाधा के पूरी की ,शलेश्वर ने कहा कि उसे खेल की प्रेरणा उसकी बहन से मिली क्योकि उसकी बहन चंचल इंडियन हॉकी की खिलाड़ी हैं शलेश्वर कि माता का कहना हैं कि बचपन से ही शलेश्वर अपनी बहन को घर मे मैडल जीत कर लाकर देखता था जिससे उसने भी मैडल जितने का मन बनाया जिससे उसका हौसला बढ़ता गया शलेश्वर हररोज 2 घंटे प्रेक्टिस करता है l

स्कूल के चेयरमैन का कहना हैं कि शलेश्वर हमारे स्कूल का चमकता सितारा हैं और इसके मिशन में स्कूल की और से सभी सुविधा मुहैया करवाई जा रही हैं शलेश्वर में प्रदेश व स्कूल का नाम रोशन किया है l