कान्ता पाल/ नैनीताल – उत्तराखण्ड की उच्च शिक्षा व्यवस्था में जल्द नये प्रयोग होने जा रहे है इसके तहत राज्य के कुमाउं व गढ़वाल विश्व विद्यालयो मे क्षेत्रीय भाषा के उत्थान को लेकर एक एक ज्ञानपीठ स्थापित किये जायेगे जिसमें बच्चे अपनी क्षेत्रीय भाषा में अध्ययन करने के साथ ही अपनी भाषा को संरक्षित करने मे अहम भूमिका का निर्वहन भी करेंगे। एक दिवसीय दौरे पर नैनीताल पहुंचे राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने कहा कि यूजीसी ने पूरे देश के विश्व विद्यालयों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वो अपने विश्व विद्यालयों में एक ज्ञानपीठ स्थापित करें उसी दिशा मे सरकार ने तय किया है कि वो कुमाउं व गढ़वाल विश्व विद्यालयों में एक ज्ञानपीठ क्षेत्रीय भाषा को लेकर स्थापित करेंगे तांकि बच्चे अपनी बोली भाषा में अध्ययन कर सकें ।