रिपोर्ट – कान्ता पाल/ नैनीताल – प्रदेश में तेजी के साथ बढ रहे नशे के कारोबार के मामले में आज एसएसपी- एसटीएफ ऋदीम अग्रवाल समेत नारकोटिक्स कंटो्ल ब्यूरो के जोनल निर्देशक आज नैनीताल हाई कोर्ट में पेश हुए और उन्होने कोर्ट मे अपना जवाब पेश किया , साथ ही कोर्ट ने एसएसपी – एसटीएफ और नारकोटिक्स कंटो्ल ब्यूरो के जोनल निर्देशक से पूछा कि अब तक उनके द्वारा कितने ड्ग माफियाओ को गिरफतार किया गया है और कितनो पर कार्यवाही की गई है, साथ ही नशे के बढ रहे कारोबार को रोकने के लिए उनके द्वारा क्या कदम उठाए गए है। जिसके बाद उन्होने कोर्ट को बताया की उनके पास नशे को रोकने के लिए स्टाफ की कमी है और पूरे प्रदेश मे केवल 5 कर्मचारी है और प्रदेश में एक भी ड्ग का कारोबारी नही, और प्रदेश में जो भी नशे का सामान आ रहा है वो हिमाचल, और यू पी के बरेली से उत्तराखंड में सपलाई की जाती है, मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने केंद्र सरकार और एसएसपी- एसटीएफ को पक्ष कार बनाने केआदेश दिए है साथ ही सरकार को जवाब पेश करने के निर्देश भी दिए है, मामले की सुनवाई 23 जुलाई को होगी। आपको बतादे कि रामनगर निवाशी श्वेता मासिवाल ने हाई कोर्ट मे जनहित याचिकादायार कर कहा है कि उत्तराखंड के युवाओ में नशे की प्रवृति बढ़ती जा रही है, जो दवा की दुकानो, शैक्षणिक संस्थानो के आस पास की दुकानों में आसानी से मिल जा रही है, जिन पर रोक लगनी चाहिए।