पानीपत – गठबंधन के बाद ,बसपा नेताओ ने मीडिया के सामने बात करने से किया गुरेज

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सुमित / पानीपत –  बसपा इनेलो के बीच हुए गठबंधन के बाद जहाँ राष्ट्रीय व् प्रदेश स्तर के नेता प्रदेश में गठबंधन की सरकार का दावा करने लगे है वहीं  पानीपत में आयोजित बसपा की मीटिंग में नहीं दिखाई दिया कोई इनेलो नेता या कार्यकर्त्ता ,बसपा नेता भी डरे डरे  कार्यकर्ताओ को एकता का पाठ पढ़ाते नजर आए  ,जब बुलावे पर पहुंचे  मीडिया कर्मियों ने कवरेज करनी शुरू की, तो बसपा नेताओ ने कवरेज से मना कर दिया ,क्योकि इनेलो का साथ मिलने की ख़ुशी में बसपा नेता यह भूल गए कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार है न की बसपा की। बसपा नेता स्टेज से डरे डरे अपने कार्यकर्ताओ को इनेलो के साथ चलने की अपील करते नजर आये। वहीं बसपा नेताओ ने कहा की उन्हें नया हाथ मिला है  अब कामयाब नहीं हुए तो आगे भी नहीं मिलेगी कामयाबी।
प्रदेश में पहले बसपा ने इनेलो को आजमाया ,फिर कांग्रेस के बाद दुबारा से इनेलो के साथ मिलकर प्रदेश में हाथी ने चश्मा लगाया है ,गठबंधन के बाद जंहा इनेलो नेताओ ने प्रदेश में प्रचार प्रसार शुरू किया है वहीं पानीपत में भी आज बसपा के हरियाणा और हिमाचल प्रभारी दयाचंद सहित कई नेता पानीपत में कार्यकर्ताओ की मीटिंग लेने और आने वाले चुनाव में गठबंधन की सरकार बनाने के लिए एकजुट होने की बात कहते नजर आये ,लेकिन इस मीटिंग में कोई भी इनेलो का कार्यकर्त्ता और नेता नजर नहीं आया ,वंही कांग्रेस के साथ पिछले 25 साल से जुड़े रहे और टिकट नहीं मिलने से नाराज समालखा से पिछले चुनाव में बसपा से चुनाव लड़ने वाले ओमप्रकाश माजरी ने कार्यकर्ताओ को कहा  की चुनाव के समय किसी को टिकटों के बारे में नहीं कहना और प्रदेश की सभी साइट बसपा की होंगी कहने लगे की उन्होंने प्रदेश में गुजर समाज के लिए गुजर भवन बनाये गए हे जो सिर्फ बसपा पार्टी के लिए हे न की किसी और के लिए लिए ,वहीं बसपा नेता भी कार्यकर्ताओ से मीडिया के सामने खुलकर बोलने से कतराते नजर आये ,बहकी बहकी बाते स्टेज से आने के बाद बसपा नेताओ ने मीडिया से कवरेज नहीं करने की अपील की ,जिससे मीडिया के लोग वापिस चले गए   ,लेकिन देखने वाली बात यह है कि जहाँ  पार्टियां  मीडिया के सामने खुलकर बोलती है वहीं बसपा नेताओ को आखिर क्या डर सताने लगा है ,ऐसे में क्या हो पाएगा गठबंधन कामयाब।