आपदा की तैयारी के लिए करवाई मॉकड्रिल

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सुमित / पानीपत – पानीपत में डिजास्टर मैनेजमेन्ट ग्रुप यानी प्रशासन द्वारा भूकम्प जैसी आपदा आने पर किस तरह से निपटा जाए उसके लिए युद्ध स्तर पर मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। यह और भी जरूरी इस लिए हो जाता हे की पानीपत के उपायुक्त ने बताया की वर्ष 2018 में भूकम्प काफी आ सकते हैं।  पानीपत में ब सुबह 11  बजे अचानक अफरा तफरी मच गई जब जिला सचिवालय में हूटर के माध्यम से  यह चेतावनी दी गई कि पानीपत के कुछ हिस्सों में 6 पॉइंट 8 गति का भूकंप आया सचिवालय में चेतावनी का हूटर बजते और लोगों को भाग कर बाहर जाते देख सभी लोग बाहर की ओर दौड़ने लगे अगले आधे घंटे में यह सूचना प्रसारित की गई कि इस भूकंप में अलग जगह पर 6 लोगों की मौत हो गई और 14 से ज्यादा लोग घायल हो गए यह खबर शहर में फैलते ही लोग लोगों में दहशत का माहौल था लोग अपने परिवारों और परिचितों का हाल-चाल जानने के लिए जब मोबाइल और अन्य साधनों से मोबाइल और अन्य साधनों से जानकारी लेना चाह रहे थे तो कई जगह संचार सेवाएं ठप पड़ी थी सेवायें ठप होने के कारण पुलिस कंट्रोल रूम  व् फिक्स्ड लाइन ही एक मात्र सुचना का माध्यम रहा। वर्ष 2018 में भूकम्प आने की भविष्यवाणी को देखते हुए इस तरह की ड्रिल प्रशासन द्वारा किया जाना सराहनीय कदम रहा लेकिन अधिकारी पूर्व नियोजित तैयारी के साथ दिए गए आकड़ों के साथ न्याय नहीं कर सके जिले में लगभग 5 जगहों पर ड्रिल को अंजाम दिया गया लेकिन कम्पाइल आकड़े सभी अधिकारियों के अलग अलग थे फिर भी प्रयास सराहनीय रहा सुधार की गुंजाइश  हमेशा रहती है।

भूकम्प से बचाव को लेकर की जा रही मार्कड्रिल को प्रभावित ढंग से किये जाने की वजह से   कई लोग बदहवासी की हालत में सिविल अस्पताल पहुंचे  तो वहां देखा तो डॉक्टर घायलों का इलाज करने में लगे हुए थे शहर की सड़कों पर शहर की सड़कों पर एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाती हुई दौड़ रही थी इससे भूकंप की सूचना आसपास की लोगों को भी मिलने लगी करीब करीब 2 घंटे  के बाद जिला प्रशासन की ओर से लोगों को बताया गया कि आपको घबराने की जरूरत नहीं है यह जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की मॉक ड्रिल थी।  भविष्य में अगर असल में  भूकंप आता है तो किस तरीके से प्रशासन कितना तैयार है और लोग अपने बचाव के लिए कितना जागरुक है जिला प्रशासन की सूचना के बाद लोगों की सांस में सांस आई।  लोगों का मानना है की प्रशासन इस तरह की तैयारी और रिहर्सल करते रहना चाहिए ताकि इस बार ट्रायल  में जो कमी रह गई उन्हें दूर किया जा सके और भविष्य में किसी भी खतरे से निपटने में प्रशासन के लोग और लोग खुद सक्षम हो  इस इस मॉक ड्रिल में हालांकि कुछ कमियां भी रह गई जिसे प्रशासन के अधिकारियों ने स्वीकार किया  खासकर घायलों व् मृतकों के आकड़ो को लेकर उलझन रही और जिला राजस्व अधिकारी ने तो मीडिया को भरम फैलाने वाली एजेंसी करार दिया लेकिन यह भी कहा की मीडिया ने आज अच्छा रोल अदा किया और खबर को लेकर भरम नहीं फैलाया जो डीआरओ की मीडिया के बारे में हल्की सोच दर्शाता है हालाकिं जिला कप्तान व् जिला उपायुक्त ने कहा कि वह मौजूदा  कमियों को दूर करके यह सुनिश्चित करेंगे की आने वाले समय में इस तरह की ड्रिल को और बढ़िया तरह से किया जा सके भले ही असल में भूकंप ना आए पर उनकी तैयारियों में कोई कमी नजर ना आए यह उनकी कोशिश रहेगी। उपायुक्त ने अपने कर्मचारियों अधिकारियों और जनता से भी आज की ड्रिल में जो कमियां रह गई है उनको उनके दफ्तर तक किसी भी माध्यम से पहुंचाने का अनुरोध किया ताकि भविष्य में एक मजबूत डिजास्टर सिस्टम तैयार किया जा सके।