करनाल – पुलिस की सी.आई.ए-1 टीम ने अंजनथली की पूर्व सरपंच के पति सुरेश उर्फ बब्ली की हत्या की साजिश में शामिल एवं रेकी कर हत्यारों को मुखबरी देने वाले आरोपी कपिल पुत्र सतपाल वासी अंजनथली थाना बुटाना को नीलोखेड़ी के बस स्टैंड के पास से गिरफतार किया है l बीते 29 जुलाई को सुरेश उर्फ बब्ली की उसके गांव अंजनथली में ही आई-20 कार में सवार चार अज्ञात बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां मारकर हत्या कर दी थी।
पुलिस टीम द्वारा पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि पिछले साल उसे कुरूक्षेत्र में अपने दो अन्य साथियों के साथ शराब पीकर, झगड़ा और हुड़दंगबाजी करने पर कुरूक्षेत्र पुलिस द्वारा गिरफतार कर लिया गया और बाद में कुरूक्षेत्र जेल भेज दिया गया। जहां पर उसकी मुलाकात जब्बर वासी लाडवा से हो गई ,जब मैने बताया कि गांव अंजनथली का हूं। तो उसने पूछा तेरी अपने गांव के बब्ली सरपंच से कैसी बनती है, मैने कहा कि मेरी उससे नहीं बनती। इसके बाद जब्बर ने मुझे खाना खिलाया और अपना एक आदमी मेरे साथ भेजकर ओढ़ने के लिए चादर व सैल में सोने के लिए जगह दिलवाई और मेरी काफी देखभाल की। एक-दो दिन के बाद मेरी जमानत हो गई थी। जेल से निकलते समय मैं जब्बर से मिला था और मैने उससे कहा था कि मेरे लायक कोई भी काम हो तो बतलाना जरूर।
जमानत के बाद मै घर आ गया और इसके बाद गांव में कई बार मेरा झगड़ा हुआ, जिसमें बब्ली से मेरी काफी रंजिश हो गई थी। बीते 28 जुलाई को मेरे फोन पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसने बताया कि वह जब्बर लाडवा वाला बोल रहा हंू और तेरे से मिलकर बात करनी है। तू अकेला गांव के अडृडे पर आ जा, मै बस अडृडे पर कुटिया के पास आ गया। करीब 10 मिनट बाद नीलोखेड़ी की तरफ से एक काले शीशों वाली गाड़ी आई-20 कार मेरे पास आकर रूकी, जिसमें एक ड्ाइवर व उसके पास जब्बर बैठा था, जिसने मुझे गाड़ी में बैठने का ईशारा किया। कार में बैठाकर वे लोग मुझे कमालपुर की तरफ ले गए। जहां पर उसने मुझे अंकुष वासी कमालपुर का मकान पूछा, तो मैने कहा मै अंकुष का मकान नही जनता। फिर वो बोलने लगा कि नरेश और बब्ली का मकान दिखा दे। मैने कहा अब रात का समय है और मै तुम्हें उनका मकान नहीं दिखा सकता। जब्बर ने मेरे से नरेष व बब्ली के बारे में सारी जानकारियां ली कि इन दोनों के पास कौन-कौन सी गाड़ियां हैं, ये दिन में कहां-कहां आते-जाते हैं और इनके साथ कौन-कौन रहता है। मैने जब्बर को बतलाया कि बब्ली ने कल सुबह सरपंच के साथ घरौंडा मंडी में सी.एम. साहब की रैली में जाना है, वे सुबह 09-10 बजे घरौंडा मंडी के लिए निकलेगें। जब्बर ने कहा कि मै और मेरा दोस्त कृष्ण दादुपुर कल बब्ली सरपंच को गोली मारेगें, जिसके लिए तेरी सहायता की जरूरत है। मैने उससे कहा कि मै भी उससे रंजिश रखता हूं , बब्ली का तो हर हाल में काम तमाम कर दो और इस काम में मै तुम्हारी मदद जरूर करूगां। कल सुबह 09ः00 बजे अपने साथियों के साथ गांव सोहलो की ओर जाने वाली सड़क पर पहुंच जाना, क्योंकि बब्ली के खेत सोहलो रोड़ पर ही हैं और रैली में जाने से पहले वह अपने खेत में जा सकता है।
मै करीब दो घंटे उनके साथ रहा और उन्होंने मुझे बस अडृडा पर छोड़ दिया। कार में बैठते ही जब्बर ने मेरा फोन बंद करवा दिया था, जो मैने गाड़ी उतरते ही आन कर लिया। अगले दिन 29 जुलाई को सुबह मैं सोहलो वाली सड़क पर पहुंच गया, जहां पर पहले से आई-20 कार जो मुझे रात के समय मिली थी मौजुद थी। जिसमें जब्बर अपने साथियों के साथ बैठा था। मैने उसे बताया कि बब्ली सरपंच के घर में है, जहां से वो डाक्टर की दूकान के आगे से होकर अपने घर जा सकता है या सोहलो रोड़ पर अपने खेत में जा सकता है। जब्बर मेरेे साथ पैदल चला मैने उसे सरपंच का मकान व डाक्टर की दुकान दिखा दी और मै वहां से चला गया। मेरे जाने के बाद जब्बर ने अपने साथियों के साथ मिलकर बब्ली सरपंच को डाक्टर की दुकान पर गोलियां मार दी।
इस विषय में पत्रकारों को जानकारी देते हुए उप-पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि वारदात के दिन से ही जिला पुलिस की कई टीमें बनाकर निरंतर आरोपियों की तलाश आस-पास के जिलों और 2/3 राज्यों में की जा रही है। आरोपी कपिल पुलिस की गिरफत में आ गया है, जिसे आज अदालत के सामने पेशकर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा और पुलिस इसके साथियों जब्बर व कृष्ण की तलाश कर रही है