करनाल – करनाल पुलिस ने 2012 में घरौंडा के बैंक में हुई लूट का किया खुलासा

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करनाल – पुलिस ने 2012 में थाना घरौंडा क्षेत्र के गांव बड़सत के कैनरा बैंक में हुई लूट के आरोपियों को एक सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है l  ए.एस.आई. रामफल व ए.एस.आई. अशोक कुमार के नेतृत्व में बनी इस टीम ने सभी साक्ष्य एकत्रित किये और चारों आरोपियों नरेन्द्र सिंह पुत्र रामदिया वासी पलहेड़ी थाना सदर पानीपत , रविन्द्र पुत्र सुभाष वासी बबैल थाना सदर पानीपत ,लोकेष पुत्र सुरेष कुमार वासी वार्ड नं0-17 सफीदों जिला जींद और  कपिल पुत्र माहसिंह वासी गांव बाम्बरेहड़ी थाना असंध जिला करनाल को उसके गांव बाम्बरेहड़ी से गिरफतार किया गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपीयों के दो अन्य साथी  अंकुर पुत्र सतबीर वासी बराना थाना सदर पानीपत, जो पहले से ही लुट व डकैती के अन्य मामलों में अंबाला जेल में बंद है और अनिल पुत्र बलवान वासी सिगाना थाना सफीदों जिला जींद को जींद पुलिस ने धारा शस्त्र अधिनियम में गिरफतार किया है l पुलिस पुछताछ में आरोपियों ने बताया कि वर्ष,2012 में नरेन्द्र, अनिल व अंकुर तीनों पोलटैक्नीक कालेज निलोखेड़ी में पढ़ते थे और वहीं पर किराये का कमरा लेकर रहते थे। उन्होंने बताया कि अंकुर उन्हें बताता था कि उसके गांव के सरपंच ने उसके परिवार को बहुत तंग कर रखा है और उसके परिवार के आड़े पैसों की कमी आ रही है। जिससे रंजिश के कारण अंकुर यु.पी. से देसी पिस्तौल व चाकू लेकर आया था। जो दिनांक 29.10.12 को हमने निलोखेड़ी में अपने कमरे पर अपने साथीयों कपिल, रविन्द्र व लोकेष को बुला लिया था और कमरे बैठकर बैंक लूटने की योजना बनाई थी। इस संबंध में थाना घरौंडा में मुकदमा नं0-517/30.10.12 धारा 395,397 भा.द.स. व धारा शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है ।
पुलिस पूछताछ के बाद आरोपियों से उनकी निशानदेही पर लूटी गई राशि से कुल 2,30,000 रूपये, दो देसी  पिस्तौल, एक जींदा रौंद और तीन चाकू बरामद किए गए। आरोपियों ने बताया कि बैंक लूट के करीब 20/25 दिन बाद अंकूर, नरेन्द्र, रविन्द्र व अनिल ने मिलकर गांव बराना पानीपत के पूर्व सरपंच शिवकूमार त्यागी को गोली मारी थी। जिस संबंध में पानीपत में धारा 307 भा.द.स. व धारा शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज है और पानीपत न्यायालय में विचाराधीन है।