करनाल-विश्व संवाद केंद्र तथा डी.ए.वी पी.जी कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में हुआ देव ऋषि नारद जयंती का आयोजन

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करनाल- कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कुरुक्षेत्र में जनसंचार एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक डा. महासिंह पूनिया ने कहा कि ब्रह्मंड के आदि पत्रकार देवर्षि नारद दिव्यता से परिपूर्ण पत्रकार थे। उन्होंने पत्रकारों की पांच विशेषता बताई, जिनमें पत्रकार को बेहतर विशलेषक, स्टीक निर्णय क्षमता, तार्किक क्षमता के साथ-साथ भाषा शैली के साथ-साथ ज्ञान का भंडार होना जरूरी है।

पत्रकार जब खबर लेकर बैठता है तो वह जज की भूमिका में भी रहता है। विश्व संवाद केंद्र तथा डी.ए.वी पी.जी कॉलेज करनाल के संयुक्त तत्वाधान में पत्रकार जगत के लिए देव ऋषि नारद जयंती के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। वह आज डी.ए.वी पी.जी कालेज करनाल के सभागार में पत्रकार जगत के लिए देव ऋषि नारद जयंती के उपलक्ष्य में संगोष्ठी अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि देव ऋषि नारद आदर्श पत्रकारिता के संवाहक थे और उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि आज बड़ा ही गौरव का दिन है हम विश्व संवाद केंद्र के तत्वाधान में पूरे हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे भारत वर्ष में नारद जयंती मना रहे है। देव ऋषि पूरे ब्रह्मांड के ऐसे पत्रकार हुए है जिन्होंने सूचनाओं का आदान प्रदान किया। उन्होंने कहा कि देव ऋषि नारद मुनि दिव्य पत्रकार हुए हैं क्योंकि दिव्य पत्रकार वो पत्रकार है जिनके अंदर पवित्रता हो, पावन हो और जिसके अंदर थोड़ा सा भी मैल न हो वो दिव्य पत्रकार है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डी.ए.वी पी.जी कालेज करनाल के प्राचार्य प्रो. रामपाल सैनी ने की। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रचार विभाग के विभाग प्रमुख केदार , आर.एस.एस के जिला कार्यवाह तथा एस.डी सीनियर सै. स्कूल बाल विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य धनेश डिमरी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा नारद जी के चित्र के आगे दीप प्रज्वलित व पुष्प अर्पित कर की गई। कार्यक्रम का मंच संचालन सोशल मीडिया संवाद प्रमुख शैलेन्द्र जैन ने किया तथा आभार प्रदर्शन जिला प्रचार प्रमुख अमित कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रो. रामपाल सैनी ने कहा कि पत्रकारों को देवर्षि के दिखाए मार्ग का हमेशा अनुसरण करना चाहिए। लोकतंत्र को मजबूत बनाने में पत्रकारिता जगत की अहम भूमिका है। ऐसे में पत्रकारों को निष्पक्ष रहना और सत्य के आधार पर लिखना बहुत जरूरी है। इस मौके पर प्रचार विभाग के विभाग प्रमुख केदार ने कहा कि आज के समय मे सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्म पर कई तरह के गलत कंटेंट हमारे बीच परोसे जा रहे हैं। इससे हमें खुद भी बचना होगा और युवा पीढ़ी को भी बचाना होगा। सोशल मीडिया, इंटरनेट पर परोसे जा रहे कंटेंट पर नजर रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संवाद हमेशा बना रहना चाहिए, संवाद से हर समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि देव ऋषि नारद सबसे बड़े संदेशवाहक थे। पत्रकारों को भी देवऋषि के मार्ग का हमेशा अनुसरण करना चाहिए। वहीं वरिष्ठ पत्रकार खुर्शिद आलम ने कहा कि मीडिया नकारात्मक खबरों को अधिक दिखाता है लेकिन लोग सकारात्मक खबरों को देखना, सुनना और पढ़ना पसंद करते हैं। मीडिया को टीआरपी की रेस से निकलकर आम लोगों के मनोभाव को समझना चाहिए और उसके अनुरूप खबरों को लिखा जाना चाहिए। इस अवसर पर जिला भर के मीडिया जगत से जुड़े पत्रकारों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।