कौशल /मनाली – राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निंवल में पहुंचे हजारों पर्यंटन हिमाचल संस्कृति के दीवाने हो गए हैं। खासकर कुल्लवी पटटू व धाठू में सुसज्जित महिलाएं जब मालरोड़ में अपनी प्राचीनतम संस्कृति व सांस्कृतिक विरासत को लेकर आई तो यहां पहुंचे पर्यटक दंग रह गए। मनाली माल रोड़ पर ऊझी घाटी के 33 महिला मंडलों की लगभग 400 महिलाओं ने अपनी वेशभूषा में आकर बेहतरीन प्रदर्शन किया । वहीं मनुरंगशाला में पुरातन गीतों की झड़ी लगाकर सबका मन मोह लिया। जब पुरातन वेशभूषा में सेंकड़ों महिलाएं उतर आई तो मानो की मनाली का दृश्य स्वर्ग से कम नहीं था। विंटर कार्निवल में जब महिलाएं अपने परंपरिक परिधानों और पौराणिक आभूषणों के साथ मालरोड़ पर उतरी तो पंडाल में बैठे लोग दांतों लते ऊंगलियां दबाते रह गए वहीं पंडाल में बैठे सैकड़ों लोगों ने महिलाओं की अदाओं पर जमकर तालियां बजाते हुए यहां की प्राचीनतम वेशभूषा को सलाम किया। वहीं महिलाओं के पौराणिक आभूषणों में चंद्र हार, बालू, बाजू बंद, पंजेब, 3 फूल वाले पटटू, किन्नौरी पटटू पहन कर कुलवी नृत्य किया। वहीं, महिलाओं की सामूहिक नाटी के अलावा मनुरंगशाला में अन्य कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और मनाली पूरी तरह से हिमाचल संस्कृति और कुल्लवी परिधानों में सराबोर हुई।