रिपोर्ट-निखिल/कुल्लू- कुल्लू में देर रात से हो रही भारी बारिश के कारण घाटी के नालों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।भुंतर में सुबह से खोखण नाले में भारी मलबा इकठ्ठा हो गया। जिसके कारण नाले का पानी सड़कों पर बहने लगा। नाले का पानी भुंतर बाजार में घुस गया है और पानी के दुकानों के अंदर जाने से दुकानदारों को काफी नुकसान हुआ है।हालांकि इससे पहले नाले में सितंबर महीने में पानी बढ़ गया था और बाजार में भी लोगों को नाले के पानी के कारण खासी परेशानी उठानी पड़ी थी, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन द्वारा सही कदम न उठाने लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि सुबह वह अपनी-अपनी दुकानों को खोलने में मशगूल थे और अचानक नाले का पानी सड़कों पर आ गया।थोड़ी ही देर में पानी पूरे बाजार में घुस गया।पानी से भुंतर बाजार में काफी देर तक वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। वहीं सैंज घाटी में पागल नाले में जहां जीप बह गई और चालक ने कूद कर अपनी जान बचाई, वहीं कुल्लू शहर में मुख्य सड़कों पर भारी मलबा आने से यातायात बाधित हो गया।वहीं सैंज के सोती में भूस्खलन से सोती निवासी भगत राम के मकान को खतरा पैदा हो गया है।भारी बारिश के चलते शुक्रवार को कुल्लू के सभी शिक्षण सस्थानों में छुट्टी घोषित की गई है।प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए ये आदेश जारी किए हैं।डीसी कुल्लू यूनुस ने कहा है कि प्रशासन फैसला लिया है कि पूरे जिला में शुक्रवार को शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।और कुल्लू के गांधी नगर में नाले से मलबे के चलते मुख्य सड़क बंद रही।लंका बेेकर में जमीन में
धंसने से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया।
परिवहन निगम के 80 रूटों पर आवाजाही पूरी तरह से ठप है। नेशनल हाइवे 305 जलोड़ी दर्रा एक माह से बंद है। इस वजह से आउटर सराज के लोगों को शिमला होकर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है।मौसम विभाग ने 22 और 24 फरवरी को बारिश और बर्फबारी की आशंका जताई है. 23 फरवरी को मौसम ड्राइ रहने का अनुमान है।