गोबर से बनी मूर्तियों को स्थापित कर पर्यावरण हितैषी गणेशोत्सव मनायें

0
167
किशोर सिंह /अजमेर –  अजमेर जिला प्रशासन, नगर निगम एवं विभिन्न संगठनों द्वारा इस वर्ष अनंत चतुर्थी पर गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी। शहर में मूर्ति विसर्जन के लिए आजाद पार्क में कुण्ड बनेंगे, यहां तक मूर्तियों को पहुंचाने के लिए यातायात की भी विशेष व्यवस्था रहेगी। बड़े वाहनों पर मूर्ति लाना प्रतिबंधित रहेगा। शहर में प्लास्टर आॅफ पेरिस की मूर्तियां अब नहीं बनेंगी। मिट्टी से बनने वाली मूर्तियों की ऊंचाई तीन फीट से अधिक नहीं होगी। गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की मूर्ति स्थापना एवं अनंत चतुर्दशी पर गणेश मूर्ति विसर्जन से संबंधित बैठक बुधवार अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर अरविंद कुमार सेंगवा एवं महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोलाराम की अगुवाई में सम्पन्न हुई। बैठक में विभिन्न संगठनों से चर्चा के पश्चात गणेश चतुर्थी एवं अनंत चतुर्दशी के पर्व पर विशेष व्यवस्थाएं करने का निर्णय किया गया।
बैठक में पर्यावरण हितैषी गणेशोत्सव मनाने के लिए जिलेवासियों का आह्वान किया गया। गणेशोत्सव के दौरान पीओपी की मूर्तियों पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। मिट्टी एवं गाय के गोबर की मूर्ति बनाकर उसकी स्थापना की जानी चाहिए। नगर निगम द्वारा तैयार किए गए कुण्ड में सिर्फ मिट्टी व गोबर से तैयार मूर्तियां ही विसर्जित होंगी। साथ ही  मूर्तियो की अधिकतम ऊंचाई तीन फीट निर्धारित की गई है। मूर्ति स्थापना के लिए लगने वाले पण्डालों को मुख्य मार्ग एवं सड़कों से पर्याप्त दूरी पर लगाया जाना चाहिए। पण्डाल स्थापना की अनुमति नगर निगम के द्वारा जारी की जाएगी। नगर निगम द्वारा निर्धारित क्षेत्रा में ही पण्डाल स्थापित किया जा सकेगा। जिले में तीन फीट तक की मूर्ति की ही स्थापना सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय थाना अधिकारी को पाबंद किया गया है। थानाधिकारी अपने क्षेत्र में मिट्टी की ही मूर्ति स्थापित करने के लिए भी कार्य करेंगे।
विसर्जन के पश्चात प्रतिमाओं को मण्डल के द्वारा किसी व्यक्ति को प्रदान करने पर भी चर्चा की गई। गणपति बप्पा की याद को वर्षभर संजोए रखने के लिए मूर्ति को व्यक्ति द्वारा ससम्मान अपने पास रखा जाएगा। इसी प्रकार प्रतिमा के विसर्जन के पश्चात मिट्टी में पौधे लगाकर उनकों पेड़ बनने तक सुरक्षा एवं पोषण उपलब्ध करवाकर गणेशजी के आशीर्वाद को चिरस्थायी बनाने के सुझाव पर भी विचार विमर्श किया गया।
गणेशोत्सव के दौरान भक्ति संगीत के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग करने के लिए सक्षम स्तर पर अनुमति लेनी होगी। पूर्व में जारी दिशा निर्देशों के अनुसार डीजे के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पण्डाल तथा ध्वनि विस्तारक यंत्रों की अनुमति उन्हीं मण्डलों को प्रदान की जाएगी। जहां तीन फीट से कम ऊंचाई की मिट्टी की  प्रतिमा स्थापित होगी।
जिला प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। आजाद पार्क स्थित कुण्ड के अलावा अतिरिक्त कुण्डों के लिए भी स्थान शीघ्र ही चयनित कर लिए जाएंगे। इस बार अनंत चतुर्दशी पर यातायात की भी विशेष व्यवस्था रहेगी। मूर्ति विसर्जन के दौरान ट्रैक्टर ट्रोली, ट्रक सहित समस्त बड़े एवं भारी वाहनों का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। श्रद्धालु  हाथ ठेले अथवा लोडिंग टैम्पो के उपयोग से आजाद पार्क में निर्मित कुण्डों में मूर्ति विसर्जित कर सकते है। कुण्ड पर मूर्ति विसर्जन के लिए भी विशेष व्प्यवस्था की जा रही है। कुण्ड में मिट्टी व गोबर से बनी मूर्तियां  ही विसर्जित की जाएंगी।
अतिरिक्त जिला कलक्टर  सेंगवा ने बैठक में नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल के फैसले और उस पर केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मण्डल द्वारा जारी की गई गाईड लाइन की जानकारी देते हुए बताया कि प्लास्टर आॅफ पेरिस द्वारा निर्मित मूर्तियां  व अन्य उत्पाद पर्यावरण के लिए हानिकारक है। इस कारण प्लास्टर आॅफ पेरिस के उत्पादों को हतोत्साहित किया जाना जरूरी है। मिट्टी व पर्यावरण हितैषी उत्पादों को बढ़ावा देना हम सबकी जिम्मेदारी है।
नगर निगम के महापौर  धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया कि निगम कुण्ड में प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए भी विशेष व्यवस्था करेगा। इन कुण्डों पर नगर निगम का स्टाॅफ एवं अन्य संगठनों के वाॅलिनटियर तैनात रहेंगे। जो प्रतिमा विसर्जन के लिए आने वालों का सहयोग करेंगे।
बैठक में उपस्थित पार्षद चंदे्रश सांखला, विश्व हिन्दू परिषद के विभाग मंत्री  शशि प्रकाश इंदौरिया, सहमंत्री   संजय तिवारी, अध्यक्ष  सरदारमल जैन, लेखराज सिंह, यूनाईटेड अजमेर के कीर्ति पाठक, उप पुलिस अधीक्षक  प्रिति चौधरी, नगर निगम के उपायुक्त  गजेन्द्र सिंह रलावता, मूर्ति निर्माता  हजारीलाल एवं पूनाराम आदि ने भी पर्यावरण हितैषी गणेशोत्सव पर सहमति जतायी।