चंडीगढ़ – चंडीगढ़ के छेड़ख़ानी मामले के आरोपी हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुभाष बराला के पुत्र विकास बराला की आनन फ़ानन में ज़मानत तो हो गई लेकिन इस मामले ने न सिर्फ राजनीतिक तूल पकड़ लिया है बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसकी ख़ूब चर्चा हो रही है बल्कि नए नए व्यंगात्मक हैडिंग बन रहे है l कांग्रेस ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे द्वारा चंडीगढ में आईएएस अफसर की बेटी के साथ छेड़छाड़ और पीछा करने के विरोध में रविवार को प्रदेशभर में प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के इस्तीफे की मांग की और सुभाष बराला का पुतला भी जलाया l हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल ने भी इस मामले में सुभाष बराला को नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की बात कही, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं ने सोशल मीडिया पर इस धटना की निंदा करते हुए सरकार की पहल ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ पर व्यंग कसा है और पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को भी कटघरे में खड़ा किया है l
इस हाई प्रोफाइल छेड़छाड़ मामले में चौंकाने वाला नया खुलासा भी हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस इलाके में पीड़ित के साथ छेड़छाड़ हुई थी, अचानक उस इलाके के सेक्टर 26 और सेक्टर 7 के 6 जगहों की सभी सीसीटीवी फुटेज गायब हो गई है कैसे ? जिसके कारण एक बार फिर से पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया जा रहा है।
रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इसको लेकर ट्वीट में कहा कि भाजपा सरकार अपराधियों और अपनी विचारधारा वालों से साठगांठ करने के बजाय उनको सजा दे, न कि ऐसी मानसिकता वालों के साथ खड़ी हो.” l इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता राज्य में जगह-जगह इस मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रविवार को इस घटना के विरोध में पुतले भी फूंके।
वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उलटे बराला का ही समर्थन करते नजर आए। खट्टर ने हिसार में पत्रकारों से कहा, इस मामले का सुभाष बराला से कोई लेना-देना नहीं है। यह एक व्यक्ति से जुड़ा मामला है। अगर आरोप सही साबित होता है, तो यह बेहद निंदनीय है।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि विकास बराला और उसके दोस्त आशीष ने उसकी गाड़ी को रोका, उसका पीछा किया और उसके साथ छेड़छाड़ की। पीड़िता ने शुक्रवार रात सेक्टर-26 पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।इस घटना ने देश के सबसे मजफूज़ माने जाने वाले शहरों में से एक चंडीगढ़ में लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किये है कि आरोपियों ने कैसे लड़की का पीछा कई किलोमीटर तक किया। लेकिन वक्त पर पहुंच कार्यवाही करके वाहवाही बटोरने वाली पुलिस अब सवालों के घेरे में आगई हैं। आरोप है कि पुलिस वालों ने पहले आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस तो दर्ज किया लेकिन बाद में संगीन आरोप हटा आईपीसी की मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर थाने से ही जमानत दे दी।