कान्तापाल/ नैनीताल – बीते रोज से उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बरसात ने पहाड़ों में जनजीवन अस्तव्यस्त होने के साथ ही नैनीताल में भूस्खलन से घरों को भी खतरा पैदा हो गया है।नैनीताल के तल्लीताल स्थित कैंट क्षेत्र में वाराणसी के रहने वाले जगन्नाथ लाहिड़ी का अपनी पुस्तैनी हवेली फर्न हिल कॉटेज है जहाँ भूस्खलन होने से हवेली की बुनियाद को खतरा हो गया। हवेली को खतरा होता देख प्रशासन और पुलिस के साथ कैंट कार्यालय ने हवेली स्वामी से भवन को तत्काल खाली करवा लिया। हवेली स्वामी जगन्नाथ लाहिड़ी इस आलीशान हवेली में अपनी पत्नी एस.लाहिड़ी और केयर टेकर हरीश राम और उनके परिवार के साथ रहते हैं। उनका आरोप है कि उनके मकान की तलहटी में राजकीय राजमार्ग है जहाँ से भूस्खलन शुरू हुआ था, और उन्होंने इसकी जानकारी लोक निर्माण विभाग को पूर्व में ही दे दी थी। जिस पर आजतक कोई कार्यवाही नहीं हुई, विभाग केवल भूगर्भ वैज्ञानिक को सर्वे के लिए बुलाने की बात कहता रह गया।उन्होंने कहा कि आज सवेरे उन्होंने जब विभाग को इसकी सूचना दी तो वहां से एक अधिकारी ने आकर जल्द कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया। फिलहाल प्रशासन ने दंपत्ति से हवेली खाली कराकर उन्हें उनके मित्र के पास छोड़ दिया है मलुवा आने से जाम हुई सड़क को खोलकर यातायात को सुचारु कर दिया है। हवेली के स्वामी जगन्नाथ लाहिड़ी वाराणसी के रहने वाले है और वो बीती 28 जून को ही नैनीताल अपनी हवेली में गर्मियों की छुट्टियां बिताने पहुंचे थे। उन्होंने बताया की अब वो हालत सुधरने तक अपने दोस्त के घर में ही रहेंगे।