करनाल – मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में आपराधिक मामलों को कम करने तथा पीडि़त को निष्पक्ष न्याय दिलाने के लिए डायल 100 योजना की शुरूआत करने का निर्णय लिया है। इस योजना के शुरू होने से किसी भी पीडि़त व्यक्ति के कंट्रोल रूम में फोन करने से मात्र 15 मिनट में प्रदेश के हर क्षेत्र में सहायता करने के लिए पुलिस की गाड़ी पहुंचेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना की शुरूआत पंचकुला से की गई है। इस परियोजना पर 153 करोड़ रूपये अनुमानित खर्च किया जाएगा,इस प्रोजेक्ट के उद्घाटन का समय भी पुलिस के अधिकारियों को 1 नवम्बर 2018 तक दिया गया है। इस परियोजना में हरियाणा सरकार द्वारा पुलिस को 600 गाडिय़ां दी जाएगी,जो कि पीडि़त की पुलिस सहायता के लिए प्रयोग की जाएगी। इन गाडिय़ों में से प्रत्येक जिले में 30 से 35 गाडिय़ां मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री सोमवार को सिविल लाईन थाने परिसर में जिले के 8 मित्रकक्ष के उद्घाटन के बाद पुलिस अधिकारियों व अन्य नागरिकों को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश में भयमुक्त शासन दे रही है। आम गरीब से गरीब व्यक्ति को न्याय मिले इसके लिए पुलिस को सुदृढ़ बनाया जा रहा है। आम व्यक्ति पुलिस का आपसी तालमेल हो,इसके लिए आज करीब 2 करोड़ रूपये की लागत से बने 8 मित्रकक्ष केन्द्र खोले गए है। इन केन्द्रों में कम्यूनिटी लाईंिजंग ग्रुप के नागरिक व बिना वर्दी के पुलिस के कर्मचारी बैठेंगे जो कि इन केन्द्रों में आने वाले लोगों की समस्या जानेगे,यदि इनकी मध्यस्ता से हल नहीं होता तो एफआईआर दर्ज की जाएगी। पुलिस द्वारा पीडि़त की एफआईआर ना करने पर पारदर्शिता के लिए मित्रकक्षों की शुरूआत की है ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि पहले चरण में करनाल जिले में आठ व रोहतक जिले में भी आठ मित्रकक्ष खोले जा रहे है। यदि यह प्रणाली सफल होती है तो पूरे हरियाणा के थानों में मित्रकक्ष खोलने की योजना है।
मुख्यमंत्री ने अपने सिंगापुर दौरे का उद्हारण देते हुए कहा कि वहां की सडक़ों पर पुलिस स्टेशन व पुलिस का कर्मचारी दिखाई नहीं देता जबकि सिंगापुर में 300 व्यक्तियों के पीछे एक पुलिस कर्मचारी तैनात है और हमारे यहां 500 व्यक्तियों की सुरक्षा पर एक पुलिस कर्मचारी तैनात है। जब हमने इस बारे में सिंगापुर के लोगों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि अपराध यहां भी होते है परन्तु पुलिस कर्मचारी सिविल ड्रेस में रहते है। इससे आम आदमी पर कोई दबाव नहीं बनता। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में ही स्टेज पर बैठे डीजीपी,बीएस संधू को कहा कि संधू साहब हरियाणा में भी पुलिस लाईन के बोर्ड नहीं दिखने चाहिए,सामने से थानों में केवल मित्रकक्ष दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन और इन्वेस्टीगेशन के दो भाग बनाये गए है। अब पुलिस कर्मचारी पीडि़त के साथ इन्वेस्टीगेशन के दौरान मनमानी नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने पुलिस को सरकार का चलता-फिरता फेस बताया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की पुलिस काफी मेहनती है।
हरियाणा के गृह सचिव एस.एस प्रसाद ने कहा कि हरियाणा सरकार ने मित्रकक्ष खोलकर प्रदेश के लोगों को एक अच्छी सौगात दी है। उन्होंने कहा कि आजादी से पहले सरकार चलाने के लिए पुलिस का प्रयोग होता था,परन्तु आजादी के बाद पुलिस का प्रयोग जनता की सेवा के लिए किया जाता है। पुलिस को जनता का मित्र होना चाहिए,यह आज तक कागजों में सीमित था,परन्तु मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसे मूल रूप दिया। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने डायल 100 की शुरूआत जनता की सेवा के लिए पंचकुला से की है। इसके लिए पंचकुला में सेंट्रल कंट्रोल बनाया जाएगा,इस पर कोई भी कॉल आएगी तो निर्धारित समय में पुलिस की गाड़ी पीडि़त के पास पहुंचकर उसे सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को इस परियोजना के तहत 600 गाडिय़ां देने का निर्णय लिया गया है,इन गाडिय़ों के माध्यम से पीडि़त की सहायता की जाएगी।
डीजीपी बीएस संधू ने कहा कि आम नागरिक पुलिस स्टेशन में जाने से डरता है। मित्रकक्ष पुलिस स्टेशन के भवन मेें बनाया गया है। इन मित्रकक्षों के माध्यम से आम आदमी अपनी बात रख सकता है। पहले शिकायतकर्ता को संंतरी थानों में आने से पहले ही भगा देते थे,परन्तु अब समय बदला है,उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि अब हरियाणा में 1936 का पुलिस रूल चल रहा है। हरियाणा सरकार ने जो 2011 पुलिस रूल बनाया है उसे लागू करने की मांग की,इससे पुलिस की चौधर तो कम होगी,लेकिन आम जनता को इसका सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने हरियाणा के सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को डयूटी के प्रति वफादारी करने तथा कानून व्यवस्था बनाये जाने पर बधाई दी।
डीजीपी बीएस संधू ने कहा कि आम नागरिक पुलिस स्टेशन में जाने से डरता है। मित्रकक्ष पुलिस स्टेशन के भवन मेें बनाया गया है। इन मित्रकक्षों के माध्यम से आम आदमी अपनी बात रख सकता है। पहले शिकायतकर्ता को संंतरी थानों में आने से पहले ही भगा देते थे,परन्तु अब समय बदला है,उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि अब हरियाणा में 1936 का पुलिस रूल चल रहा है। हरियाणा सरकार ने जो 2011 पुलिस रूल बनाया है उसे लागू करने की मांग की,इससे पुलिस की चौधर तो कम होगी,लेकिन आम जनता को इसका सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने हरियाणा के सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को डयूटी के प्रति वफादारी करने तथा कानून व्यवस्था बनाये जाने पर बधाई दी।
इस मौके पर रोहतक मंडल के आयुक्त चंद्रप्रकाश,करनाल के डीआईजी अनिल यादव,उपायुक्त डा०आदित्य दहिया, पुलिस अधीक्षक जे.एस रंधावा,के.के राव आईपीएस व कार्यक्रम के नोडल डीएसपी राजीव सहित विभिन्न जिलों के पुलिस अधिकारी उपस्थित थे,इसके अतिरिक्त शुगर फैड के चेयरमैन चंद्रप्रकाश कथूरिया,मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेन्द्र सिंह,भाजपा जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद,भाजपा के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल,जिला महामंत्री योगेन्द्र राणा,करनाल के प्रभारी रामेश्वर दास,यशपाल ठाकुर, सीनियर डिप्टी मेयर कृष्ण गर्ग उपस्थित थे।
जिले में स्थापित आठ मित्रकक्षों में सभी सुविधाएं निशुल्क व तत्काल दी जाएगी। जिनमें शिकायतों का रजिस्ट्रेशन,गुमशुदा सम्पत्ति,साईबर कैफे की वैरिफिकेशन,होटल रजिस्ट्रेशन,कम्प्यूटर लाईसिंग ग्रुप,चरित्र प्रमाण पत्र लेना,कर्मचारी वैरिफिकेशन,पुलिस क्लैरिफिकेशन लेना,घरेलू सहायता किराया वैरिफिकेशन तथा किसी भी धमकी मिलने पर,जांच आदि करवाने के लिए सुविधा मुहैया करवाई जाएगी,इसके लिए फीस 50 रूपये और समय-सीमा 15 दिन निर्धारित की गई है।