सुमित / पानीपत सांस्कृतिक मंच की ओर से रात को स्थानीय एसडीवीएम सीनियर विद्यालय के सभागर में 10वें अखिल भारतीय कवि- सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल रहे। परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार, विधायक महिपाल ढांडा, विधायक श्रीमति रोहिता रेवड़ी, विधायक रविन्द्र मच्छरौली, बीजेपी प्रदेश महासचिव संजय भाटिया, बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रमोद विज ने सम्मानित अतिथि के रूप में इस सम्मेलन में भाग लिया। सम्मेलन में छत्तीसगढ़ से डा0 सुरेन्द्र दूबे, मथूरा से पूनम वर्मा, दिल्ली से डा0 हरविन्द्र पाल सिंह, जयपुर से अबदूल अयुब गोरी और पानीपत के योगेन्द्र मुदगिल, राजस्थान से राम बाबू की वीर रस पर आधारित देश भक्ति की रचनाओं पर सभी दर्शक भाव विभोर हुए । हास्य कवि सम्मेलन देर रात चलता रहा छत्तीसगढ़ से आये कवि डा सुरेंद्र दुबे द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर सुनाये गए छंदो, समय नहीं ,मोदी का विकल्प मोदी , केजरीवाल दिग्विजय ,सोनिया गाँधी व् राहुल गांधी पर कसे तंज और जब राम मंदिर पर अपनी बात कहते हुए कहा की मोदी योगी भी नहीं बनायेगे तो बनाएगा कौन से गदगद हो मुख्यमंत्री के अंदर का भी कवि मन जाग उठा और बीच में ही मंच पर जाकर अपनी बात कही।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मॉं सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके हुआ। एसडीवीएम विद्यालय सभागार कवियां की रचनाओं से देश भक्ति के रंगों में रंग गया। इससे पहले पानीपत सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष गजेन्द्र सलूजा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि भारत एक धार्मिक व सांस्कृतिक राष्ट्र है। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन जैसे आयोजन जहां सांस्कृतिक व साहित्यिक गतिविधियों को बढावा देती हैं वहीं नागरिकों में देश भक्ति की भावनाआ को बढावा देने का भी कार्य करती हैं। इन सम्मेलनों के माध्यम से हमें भारत के सभी प्रदेशों की सभ्यता और संस्कृतियों से रूबरू होने का भी अवसर भी मिलता है। कवि सम्मेलनों का उद्ेश्य केवल कविता छंद जोडऩा ही नही है। ये सम्मेलन हमारी सांस्कृतिक धरोहर का आईना भी है। इन सम्मेलनों के माध्यम से हम देश की युवा पीढी को चरित्रवान व देश भक्ति से औत-प्रौत बनाने का कार्य भी बखुबी करते हैं। कवियों की रचनाएं सुनकर कई बार सम्मेलन स्थल पर ही युवाओं की रगो में खून दौडऩे लगता है। उन्होंने कहा कि शब्दों में अदभूत शक्ति होती है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मथूरा की पूनम वर्मा की मॉं सरस्वती वंदना से हुआ। छत्तीसगढ़ के सुरेन्द्र लाल दूबे की देश भक्ति पर आधारित कविताओं और मोदी रस में डूबे दुबे की व्यंगात्मक कविताओं से मुख्यमंत्री इतने प्रभावित हुए कि वें पुन: मंच पर आ गए और लोगों को शब्दों की शक्ति और शब्दों के प्रकाश में ज्ञान प्राप्त करने का संदेश दिया। छत्तीसगढ़ के महान कवि सुरेन्द्र लाल दूबे ने कहा कि अंग्रेजी से उन्हें एतराज नही है लेकिन हिन्दी और हरियाणवी ही संस्कारवान-जवान तैयार करती है। स्वामी विवेकानंद, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पं0 दीन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महान व्यक्तित्व भारत के नही विश्व के सभी नौजवानों को अपना आईकॉन मानना चाहिए। उनकी कविताओं में जहां छंद शास्त्र पर आधारित देशभक्ति, हास्य व्यंग और महिला सम्मान का पुट नजर आया वहीं उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढाओ पर विशेष जोर दिया और सेना एवं पुलिस जवानों की कुर्बानियों को भी याद किया।
जयपुर के अबदूल अयुब गोरी वन्देमातरम को विवादस्पत बनाने वालो को चेताया और हरियाणा के देशभक्त लोगो की दाद दी व् कहा की में उन्हेंप्रणाम करता हूँ….मै भले मिट जाऊं देश रहना चाहिए , ,राम मंदिर विवाद पर अपनी कविता के माध्यम से मुस्लिम बिरादरी से अपील की राम जन्म भूमि का विरोध ना करना मित्रों रामजन्म भूमि एक ही रहेगी मस्जिदे तो कहीं भी बन जाएंगी। अमरनाथ यात्रा के विद्रोध करने वालो पर तंज कैसा की मीरजाफरों जयचंदों में नाम लिखा डालोगे वही पाकिस्तान के बारे कविता के छंद के माध्यम से कहा की यह मिमयाती हुई बकरी हे खुल कर रो नहीं सकती ये टेढ़ी पूंछ हे कुत्ते की सीधी हो नहीं सकती। सम्मेलन में आए लोगों को दिल्ली के डा0 हरविन्द्र पाल सिंह, और राजस्थान के राम बाबू ने भी अपनी कविताओं के माध्यम से हसनें को मजबूर कर दिया। इससे पहले पानीपत सांस्कृतिक मंच की ओर से मुख्यअतिथि को शाल भेट कर सम्मानित किया गया।