रिपोर्ट-निखिल/मनाली-
पांच दिवसीय राष्ट्रीय शरदोत्व मनाली की अंतिम
संध्या में हिमाचली लोक गायक इंद्रजीत ने एक से बढक़र पहाड़ी नाटी गा कर
मनु रंगशाला मंच पर बैठे हजारों दर्शकों को खूब नचाया। इंद्रजीत ने मंच
संभालते ही हिमाचली नाटी का तडक़ा इस कदर यहां पर लगाया कि मनाली के ठंडे
मौसम के बीच भी लोगों ने थिरकने में कोई कसर नहीं छोड़ी। विंटर कार्निवाल
की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में स्टार नाइट के लिए पहुंचे इंद्र जीत ने
कुल्लवी पारंपारिक गानों की झड़ी लगा डाली। इंद्र ने सबसे पहले कुल्लू का
गीत कायथे यारा गीत से कार्यक्रम का आगाज किया। इस के बाद उन्होंने हाड़े
मामूआ , तू लोड़ी घौरा बै आई शाउंणि, जैसे ही गया पंडाल में बैठे युवाओं
ने तालियों और सिटीयों से उनका अभिनंदन किया। युवा हिमाचली लोक गायक
इंद्र जीन ने इसके बाद साजा लागा माघेरा, मीठा बढ़ा लागदा मेरी झुरिए ,तू
एजी गरठे, वालूशाही मेरे ढोलकी रामा गीत की भी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी।
मनाली की ठंडी हवाओं की बीच इंद्र ने युवाओं में जोश भरते हुए जैसे ही
लाड़ी शाउंणिए व वालूशाही मेरे ढोलकी रामा गीत की प्रस्तुति दी लोगों ने
मनु रंगशाला के पंडाल में जमकर डांस किया। यही नहीं इस दौरान इंद्र ने
कांगड़ी व चंबा और लाहुली गाने गाकर लोगों को जमर नचाया। इंद्रजीत का
कार्यक्रम पूरे यौवन पर था तो कुछ मनचले युवा हुडदंग मचाने लगे और मनचले
युवाओं को शांत करने के लिए हल्के बल का प्रयोग भी करना पड़ा।