करनाल – करनाल लोकसभा सीट से बाहरी का नाम अलग होते ही स्थानीय उम्मीदवारों ने जैसे चैन की साँस ली है l क्योंकि जो कल तक बाहरी उम्मीदवार होने पर सवाल उठा रहे थे आज अपने अपने जुगाड़ में जुटे हुए हैं l जब से चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ सभी उम्मीदवार अपनी काबलियत को दिखाने में किसी से पीछे नहीं रहना चाहते l अब स्थानीय उम्मीदवारों में प्रदेश के महामंत्री रहे संजय भाटिया का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है पार्टी के ही सूत्र बता रहे हैं कि अभी बीजेपी में आये पूर्व सांसद अरविंद शर्मा के नाम पर भी पार्टी ब्राह्मण उम्मीदवार के रूप में मोहर लगा सकती है l इसके अलावा चन्द्रप्रकाश कथूरिया और कई छुपे चेहरे भी टिकट लेने के लिए पूरे प्रयास कर रहे हैं l
बताया जा रहा है कि करनाल सीट पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के नाम अब जातीय समीकरणों में उलझ गए है । लोगों ने इस विषय को लेकर अपने अपने कयास लगाने शुरू कर दिए हैं कोई कह रहा है कि पिछड़े वर्ग को भी गिनती में लिया जाना चाहिए ,कोई कह रहा है कि 36 बिरादरी में से दो चार ही चौधर में तैयार रहते हैं l अब तक हुए कुल 13 चुनाव में इस सीट से कांग्रेस ने नौ बार और बीजेपी ने चार बार जीत हासिल की है और ज्यादा यह सीट ब्राह्मण समुदाय के पास ही रही है ,पंजाबी सिर्फ एक बार ही विजयी हुआ है, जिसमें अधिकतर बाहरी उम्मीदवारों को ही कर्ण नगरी के लोगों ने यह सीट दान में दी है l बताया जा रहा है कि पानीपत में बीजेपी का जनाधार ज्यादा होने के कारण सीएम मनोहरलाल भी इस बार पानीपत के ही स्थानीय नेता को टिकट देने के पक्ष में हैं l कुछ ही दिन पहले पानीपत में सी एम् द्वारा किया गया रोड़ शो शायद इस बात का संकेत भी दे रहा है कि इस बार पानीपत का ही उम्मीदवार तय होने वाला है और यह बात भी क़ि वहां के मेयर चुनाव में अवनीत कौर सबसे अधिक वोटों के अंतर् से जीती और इस जीत ने इस बात को भी साबित किया कि करनाल की बजाए पानीपत में पार्टी को ज्यादा जनाधार मिलने वाला है l हालाँकि करनाल संसदीय क्षेत्र में मतदाता की संख्या पानीपत से ज्यादा है l इधर कांग्रेस पार्टी भी हरियाणा में बीजेपी के उम्मीदवार तय करने का इंतजार कर रही है l