Karnal :हरियाणा के चुनावी दंगल में दिग्गज

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Karnal :हरियाणा में जैसे जैसे चुनाव प्रचार तेजी पकड़ रहा है वैसे ही हरियाणा में चुनावी सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं l पहले बीजेपी ने अपने तराशे हुए प्रत्याशी मैदान में उतारे ,बीजेपी के प्रत्याशियों की इंतजार कर रही कांग्रेस ने भी भले ही देर से सही पर ,अपने पुराने मंजे हुए खिलाडी मैदान में उतार कर चुनावी दंगल को दिलचस्प बना दिया है l जिन्हे सरकार चलाने से लेकर वोटरों की नब्ज़ टटोलने का पुराना तजुर्बा भी है l यानि एक तरफ बीजेपी के खिलाड़ी सिर्फ मोदी की लहर के भरोसे हैं तो दूसरी तरफ गुटों में बंटे हुए पुराने दिग्गजों को कांग्रेस हाईकमान ने मैदान में उतारकर अपनी अपनी काबलियत साबित करने को भी कहा है l यानि ये चुनाव उनके लिए कड़ी परीक्षा से कम नहीं रहने वाले हैं , जो आने वाले विधानसभा के चुनावों की भी दशा और दिशा तो बताएंगे ही साथ ही कांग्रेस के इन दिग्गजों का राजनैतिक भविष्य भी तय करेंगे l जैसा कि रोहतक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला ने एक ही तीर से दो कांटे निकाल दिये हैं l

पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सोनीपत क्षेत्र से 5 सीटें जीती थी इसी प्रभाव के कारण कांग्रेस हाईकमान ने रोहतक सोनीपत से हुड्डा पिता पुत्र को मैदान में उतारा है l  इस चुनाव में सबसे चर्चित हॉट सीट सोनीपत है जहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंद्र सिंह हुड्डा मैदान में हैं , हुड्डा परिवार रोहतक लोकसभा क्षेत्र से बाहर सोनीपत से चुनाव लड़ेगा।  आखिरी बार 1957 में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पिता चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा ने रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। उस समय सोनीपत जिला रोहतक लोकसभा क्षेत्र में ही शामिल था। यहाँ से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे  बीजेपी के रमेश कौशिक और जजपा के दिग्विजय मैदान में हैं l कुरुक्षेत्र से भी कांग्रेस ने जोड़ तोड़ के माहिर खिलाड़ी पूर्व मंत्री निर्मल सिंह को मैदान में उतारा है l परन्तु करनाल से गन्नौर के कांग्रेस के विधायक कुलदीप शर्मा को बीजेपी के संजय भाटिया की काट समझकर मैदान में उतारा है l

कुलदीप शर्मा के पिता चिरंजीलाल चार बार करनाल लोकसभा से सांसद रहे। 2004 में कुलदीप शर्मा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में करनाल लोकसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। जहां उन्हें सिर्फ 27223 वोट मिले थे और अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे l

हरियाणा में अभी सभी पार्टियों के स्टार प्रचारकों की रैलियां होनी हैं जिनमें स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी शामिल हैं , कांग्रेस की तरफ से राहुल और प्रियंका गाँधी हैं l हरियाणा दिल्ली के साथ लगा होने के कारण दूसरे बड़े नेता भी पार्टियों के प्रचार के लिए आ रहे हैं क्योंकि हरियाणा सैनिकों का प्रदेश माना जाता है सेना में 10% हरियाणा के ही जवान हैं l और चुनाव में देश प्रेम का मुद्दा छाया हुआ है l नामांकन वापिस लेने की तारीख 26 अप्रैल के बाद दंगल की सही तस्वीर सामने आ जाएगी l