Karnal – प्रशासन द्वारा समाचार पत्रों के साथ घर-घर पहुंचाए जा रहे हैं मास्क : उपायुक्त 

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करनाल- नागरिकों को कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा। कोविड-19 से बचाव के लिए प्रशासन के बेहतर प्रयासों के चलते अब उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने एक ओर नई पहल कर नागरिकों को इस बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए करनाल अर्बन में प्रतिदिन घर-घर वितरित होने वाले समाचार पत्रों में मास्क का पैकेट संलग्न कर पहुंचाया है। बतौर उपायुक्त यह सिलसिला अगले कुछ दिनो तक जारी रहेगा।
उपायुक्त के निर्देश पर सोमवार को अल सुबह क्लब मार्किट में एडीसी कार्यालय के कर्मचारियों की उपस्थिति में प्रशासन की ओर से मास्क के करीब 3 हजार लिफाफे समाचार पत्रों में डलवाए, जो पाठकों तक पहुंचाए गए। प्रत्येक लिफाफे में 4 मास्क के साथ उपायुक्त की ओर से करनाल वासियों के लिए लॉकडाउन का भली-भांति पालन करने के लिए, बधाई संदेश का एक अपीलनुमा अर्धसरकारी पत्र भी डाला गया है।
क्या है अपील में- उपायुक्त द्वारा हस्ताक्षरित डी.ओ. लेटर के पहले पैरा में लॉकडाउन का पालन और इस बीमारी के बारे में नागरिकों को किसी भी तरह की अफवाहों से भ्रमित न होने की सलाह दी गई है और लिखा है कि इस बीमारी से न डरें, पूरा जिला प्रशासन सभी सुख-सुविधाएं पहुंचाने के लिए हर सम्भव प्रयत्न कर रहा है। डी.ओ. लेटर के दूसरे भाग में उपायुक्त ने नागरिकों के लिए 7 जरूरी बातें लिखी हैं। इनमें समय-समय पर साबुन से हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, खांसते या छींकते वक्त नाक और मुहं को ढकना, सर्दी या फ्लू से संक्रमित लोगों के पास जाने से बचना, सभी गैर जरूरी समारोह स्थगित करें तथा भीड़ में जाने से बचें, घर पर रहें-सुरक्षित रहें, और घर से बाहर जाएं तो मास्क को अवश्य लगाकर जाएं।
उपायुक्त ने तमाम करनाल वासियों को आश्वस्त करते हुए उम्मीद की है कि जिला प्रशासन 24 घण्टे कार्य कर रहा है, लेकिन नागरिक उपरोक्त जरूरी बातों का सही ढंग से पालन करें, तो सभी के सहयोग से कोरोना वायरस बीमारी से जंग जीत लेंगे।  उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि जिला में घर से बाहर निकलने वाले सभी लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। मास्क नहीं पहनना दण्डनीय अपराध है, जो इसका उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कोरोना वायरस से बचाव के लिए घर से बाहर निकलने वाले लोग मुहं को रूमाल या गमछे से अवश्य ढकें।