करनाल – कोरोना महामारी में किसी ना किसी तरीके से आम आदमी व संस्थाओं ने अपना हाथ बढ़ाया ताकि इस समय में जरूरत मंद की सेवा की जा सके। उपायुक्त निशांत कुमार यादव के निर्देशों के अनुसार इस दुख की घड़ी में सेवा के लिए अपील की गई तो, इस अपील को मद्देनजर रखते हुए उन्होंने भी सेवा का लाभ उठाने की ठानी। ऐसा दौर था जब लॉक डाउन के तहत सब कुछ बंद था, उस समय में करनाल के जीटी रोड़ पर स्थित नीलकंठ स्टार ढाबा ने एनआरआईज को खाने के साथ-साथ मास्क व सेनेटाईजर मुफ्त उपलब्ध करवाए। इस संकट की घड़ी में एनआरआईज ने नीलकंठ स्टार ढाबा के मालिक भूपेन्द्र लाठर का आभार प्रकट किया और कहा कि इस समय में ऐसी सेवा भगवान की सेवा के समान है। वाक्य उस समय का है जब लॉक डाउन के दौरान भारत के लोग जो विदेशों में बसे हुए है, वे भारत में ही फंस गए थे। उन्हें लाने के लिए संबंधित देश ने अपनी फ्लाईट भारत भेजी और उन्हें वापिस लाने का प्रबंध किया।
लॉक डाउन के कारण जीटी रोड़ पर चाय की दुकान से खाने के ढाबे, रेस्टोरेंट सब बंद थे, ऐसी स्थिति में करनाल के जीटी रोड़ पर स्थित नीलकंठ स्टार ढाबा उनके लिए एक वरदान साबित हुआ। इस ढाबे के मालिक भूपेन्द्र लाठर ने 14 अप्रैल से इन एनआईआरआईज को ना केवल जलपान बल्कि खाना भी मुफ्त मुहैया करवाया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने ढाबे पर भरपूर मात्रा में सेनेटाईजर और मास्क का प्रबंध किया हुआ है, जो भी एनआरआईज यहां पर आया है, उसे निशुल्क खाना उपलब्ध करवाया गया है।
भूपेन्द्र लाठर ने बताया कि इस दौरान यूएसए, न्यूजीलैंड, जर्मनी, इंगलैंड सहित कईं देशों में बसे भारत के एनआरआईज यहां पर आए थे और एक दिन में करीब 5 से लेकर 6 बसे यहां रूकती थी, जिसमें एक बस में करीब 35 यात्री होते थे। इनके साथ-साथ बसों में छोटे बच्चे भी होते थे, जिनके लिए दूध व बिस्कुट भी उपलब्ध करवाया गया। इसके साथ-साथ जब यहां से बसें रवाना होती थी, तो यात्रियों के लिए पीने के पानी की बोतले, सेनेटाईजर और मास्क भी उन्हें दिए जाते थे ताकि रास्ते में किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना आए।
उन्होंने बताया कि संबंधित देशों ने लॉक डाउन के दौरान अपने देशों के यात्रियों के लिए प्लेन भेजे थे, इस क्षेत्र से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के एनआरआईज को एयरपोर्ट तक भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की गई और वह सभी बहुत खुश दिखाई दे रहे थे। लॉक डाउन के समय न्यूजीलैंड के एनआरआईज हरजिन्द्र सिंह व परमजीत सिंह ने बताया कि वह पंजाब में शादी के समारोह में अपने रिश्तेदार के यहां आए थे, अचानक कोविड-19 के तहत देश में लॉक डाउन हो गया और वह फंस गए। न्यूजीलैंड की सरकार ने उन्हें बुलाने के लिए फ्लाईट भेजी। एयरपोर्ट तक उनके जाने के लिए बस की व्यवस्था की गई, बस के चालक ने बताया कि करनाल में नीलकंठ स्टार ढाबे के मालिक द्वारा खाने-पीने की मुफ्त सुविधा दी जा रही है। उन्होंने भी ढाबे पर रूककर यह सुविधा ली। ढाबे के मालिक भूपेन्द्र लाठर व परिवार के सदस्य रविन्द्र लाठर, तेजेन्द्र लाठर, अंकुर लाठर, यजविन्द्र लाठर का इस संकट की घड़ी में ऐसी समाज सेवा का कार्य असलियत में भगवान की सेवा के बराबर है। एनआरआईज ने इस सेवा के लिए उनका आभार भी प्रकट किया।