करनाल -उपायुक्त निशांत कुमार यादव के प्रयास से नवोदय विद्यालय सग्गा करनाल के 23 विद्यार्थियों को हरियाणा रोडवेज करनाल की बस से 3300 किलोमीटर का सफर तय करके केरल से करनाल सकुशल लाया गया। विद्यार्थियों के अभिभावकों व शिक्षकों ने उपायुक्त के सफल प्रयासों के लिए उनका आभार जताया। बता दें कि नवोदय विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को दूसरे प्रदेशों में इंटर स्टेट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दूसरे राज्यों की ब्रांच में भेजा जाता है, इसी कड़ी में नवोदय विद्यालय सग्गा के 9वीं कक्षा के 23 विद्यार्थी जिनमें 14 लडक़े व 9 लड़कियां शामिल थी। यह सभी इस प्रोग्राम के तहत यह सभी विद्यार्थी केरल गए थे और केरल के विद्यार्थी यहां आए हुए थे। अचानक लॉकडाउन के कारण केरल के विद्यार्थी नवोदय विद्यालय सग्गा में और नवोदय विद्यालय सग्गा के विद्यार्थी केरल में फंस गए। इन विद्यार्थियों को वापिस लाने के लिए स्कूल प्रशासन ने काफी प्रयास किए परंतु जब स्कूल प्रशासन ने उपायुक्त निशांत कुमार यादव के संज्ञान में यह बात लाई तो तुरंत कार्यवाही करते हुए करनाल रोडवेज की बस को भेजकर इन विद्यार्थियों को सकुशल करनाल लाया गया और केरल के विद्यार्थियों को वहां सुरक्षित भेजा गया। उपायुक्त के इन प्रयासों की विद्यार्थी के साथ-साथ अभिभावक और शिक्षक काफी सराहना कर रहे हैं।
नवोदय विद्यालय सग्गा के प्रिंसिपल जसराम सिंह यादव ने बताया कि इंटर स्टेट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत सग्गा स्कूल के 9वीं कक्षा के 23 विद्यार्थियों को केरल भेजा गया था और इतने ही विद्यार्थी केरल से सग्गा स्कूल में आए थे। परंतु लॉकडाउन के कारण इन विद्यार्थियों का अपने क्षेत्र में जाने में काफी देरी हो गई। जिला प्रशासन से इस बारे बात की गई तो उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बिना किसी देरी के इस पर संज्ञान लिया और 6 मई को करनाल रोडवेज की बसों के माध्यम से केरल से यह विद्यार्थी चले और 9 मई को रात को करनाल पहुंचे। इन विद्यार्थियों के करनाल पहुंचने पर अभिभावकों ने भी राहत की संास ली।
नवोदय विद्यालय सग्गा के प्रिंसिपल ने बताया कि इन विद्यार्थियों के करनाल पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की गई और यह विद्यार्थी स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए। अब यह विद्यार्थी अपने स्कूल में ही अलग से रह रहे हैं। अंतिम जांच के बाद ही इन विद्यार्थियों के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम निर्णय लेगी। उन्होंने बताया कि इन विद्यार्थियों के साथ स्कूल के अध्यापक राजीव कुमार और मैडम अमली गए थे और वहां से त्रिवेंद्रम स्कूल के टीचर आशीष गुप्ता विद्यार्थियों के साथ करनाल आए हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस विभाग के कर्मचारी मनोज कुमार और मंजू देवी को भी केरल भेजा था जोकि इन विद्यार्थियों के साथ वापिस आ गए हैं।
नवोदय विद्यालय सग्गा के विद्यार्थी जोकि इंटर स्टेट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत केरल गए हुए थे, लॉकडाउन के कारण वे समय पर वापिस नहीं आ सके, इसके लिए विद्यार्थियों और अभिभावकों को काफी दिक्कत होने लगी। विद्यार्थी वंशिका, श्वेता, अल्का व गरिमा तथा विशाल, प्रियांशु व दीपक ने बताया कि केरल में खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं थी, बस घर की याद सताने लग गई थी। परिवार वाले भी मिलने को उत्सुक थे, ऐसा महसूस हो रहा था कि हम कब अपने घरों को जाएंगे। जानकारी मिली कि करनाल के डीसी निशांत कुमार यादव ने हमें वापिस घर पहुंचाने की कोशिश की इसके लिए हमारे माता-पिता और गुरूजनों ने उनका आभार जताया है।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले नवोदय विद्यालय सग्गा के प्रिंसिपल जसराम सिंह यादव ने संज्ञान में लाया कि स्कूल के 23 विद्यार्थी इंटर स्टेट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत केरल गए हुए हैं जिनका कार्यक्रम भी पूरा हो चुका है, परंतु वह लॉकडाउन के कारण वह नहीं आ सके। केरल में विद्यार्थी और घर पर अभिभावक काफी परेशान हैं। इन विद्यार्थियों को वापिस बुलाया जाना है जबकि कुछ विद्यार्थी केरल के भी यहां पर इस प्रोग्राम के तहत आए हुए हैं जिन्हें वापिस भेजना है। उपायुक्त ने बताया कि तुरंत इन विद्यार्थियों को वापिस बुलाने का कार्यक्रम बनाया गया। करनाल रोडवेज की बस द्वारा उन्हें करनाल लाया गया और सभी विद्यार्थी सकुशल हैं। इनके स्वास्थ्य की जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जा रही है।