करनाल -कोरोना वायरस के केसों में लगातार वृद्घि से प्रशासन भी तदानुसार तैयारियों को रूप देकर सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठकें कर उन्हें जिम्मेवारी देने में लगा है। सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने इसी के चलते कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज के डॉक्टरों, सिविल सर्जन और उनकी टीम, आई.एम.ए. के प्रधान व डॉक्टर, कोरोना से निपटने के लिए अलग-अलग कामो के लिए बनाए गए ड्ïयूटी मजिस्ट्रेट व नोडल अधिकारियों के साथ एक बैठक कर काफी देर तक मंथन किया और मौजूदा स्थिति व गाईडलाईन के आधार पर किस तरह के प्रबंध किए जाएं, उन पर चर्चा की।
बैठक में जिला में अब तक हुए कोरोना के केसों, कुल एक्टिव केस, रिकवर हो चुके केस के साथ कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए रणनीति, कोरोना पॉजीटिव का ईलाज, उसके सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों का होम क्वारन्टाईन, कितना एरिया कन्टेन्मेंट में लिया जाए और ड्ïयूटी मजिस्ट्रेट ने क्या-क्या करना है, जैसे विषयों पर उपायुक्त ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि कोरोना से निपटने के लिए ओर अधिक सजगता से कार्य करना होगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस जिला में 60 एक्टिव केस हैं। कोरोना पॉजीटिव पाए जाने वाले केसों का ज्यादतर ईलाज मुलाना स्थित मैडिकल कॉलेज में करवाया जा रहा है। भविष्य में कोरोना मरीजो के ईलाज के लिए कल्पना चावला मैडिकल कॉलेज में भी सुविधाएं रहेंगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जैसे ही किसी व्यक्ति के कोरोना पॉजीटिव का पता लगे, रात्रि हो या सुबह का समय, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग टीम, सम्बंधित ड्ïयूटी मजिस्ट्रेट या एस.एच.ओ. को सूचित करें और फिर कन्टेन्मेंट जोन बनाना है। उन्होंने कहा कि यदि पॉजीटिव व्यक्ति घर से बाहर किसी के सम्पर्क में ना आया हो, तो केवल उसी घर को कन्टेन्मेंट जोन बनाया जाए, पूरी गली को कन्टेन करने की जरूरत नही है, आस-पास का क्षेत्र बफर जोन में लिया जा सकता है।
टैस्टिंग के नोडल अधिकारी जी.एम. रोडवेज से कहा कि कोरोना पॉजीटिव की सूचना मिलने पर उसी दिन सैम्पल और टैस्ट हो जाएं तो अच्छा है। ड्ïयूटी मजिस्ट्रेट को बताया कि कोरोना पॉजीटिव केस के सम्पर्क में आने वाले लोगों की जानकारी और उन्हें केसीजीएमसी तक पहुंचाने, हाई रिस्क व्यक्तियों के टैस्ट, कन्टेन्मेंट किए गए घर के आगे बैरीकेटिंग, घर के आगे कोविड मरीज का पोस्टर चस्पा करवाना और एक पुलिसकर्मी की ड्ïयूटी लगवाना भी सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने एसीयूटी नीरज कादियान को निर्देश दिए कि कोरोना वायरस के सम्भावित केसो की सैम्पलिंग रिपोर्ट के बारे में सम्बंधित ड्ïयूटी मजिस्ट्रेट को समय-समय पर जानकारी दें और यह भी सूचित करेंगे कि किन मरीजो की रिपोर्ट नेेगेटिव आती है, उन्हें 10 दिन के अंदर डिस्चार्ज करवा दिया जाए।
उन्होंने एसडीएम करनाल नरेन्द्र पाल मलिक को निर्देश दिए कि वे जिला में कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के लिए ऐेसे स्थानो की पहचान करें, जहां पर स्वच्छ पेयजल, सुलभ शौचालय, बिजली, आईसोलेशन की सुविधा तथा खाने-पीने की व्यवस्था ठीक तरह से हो, ताकि क्वारन्टाईन किए गए लोगों की अच्छी तरह से देखभाल हो सके। ऐसे स्थानो पर पुलिस बल के अलावा डॉक्टरों की टीम व काउंसलर की ड्ïयूटी भी लगवाएं तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित हो।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव, एसडीएम करनाल नरेन्द्र पाल मलिक, सीटीएम डॉ. पूजा भारती, केसीजीएमसी के निदेशक डॉ. जगदीश चंद दुरेजा, सीएमओ डॉ. अश्विनी आहूजा सहित सभी ड्ïयूटी मजिस्टे्रट व नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।