करनाल -मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत कुंजपुरा में लगा मेला

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करनाल – वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि गरीब परिवारों की वार्षिक आय बढ़ाने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत मेले आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें कम आय वाले लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ तुरंत उपलब्ध करवाया जा रहा है। वे सोमवार को करनाल के कुंजपुरा ब्लॉक में लगाए गए दो दिवसीय मेले के पहले दिन मेले का निरीक्षण कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 1.80 लाख रुपये से कम आय वाले लोगों के लाभ के लिए सरकार की अनेक योजनाएं हैं। इस मेले में न केवल योजनाओं की जानकारी लोगों को दी जा रही हैं बल्कि उनकी आवश्यकता के अनुसार सभी औपचारिकताएं भी ऑन स्पॉट पूरी की जा रही हैं।  उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का यह एक विजन है कि निर्धारित आय से कम आय वाले लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त और मजबूत बनाया जाए और ऐसे मेलों के माध्यम से उनके रोजगार शुरू करने या विस्तार करने को बल दिया जाए।
कपूर ने मेले में लगाए गए सभी 18 विभागों के स्टॉल्स का अवलोकन किया और उनके विभागों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले में आने वाला कोई भी व्यक्ति खाली हाथ न जाए और व्यक्ति की जरूरतों के अनुसार उनकी सहायता की जाए। इसमें लोगों को दी जा रही किसी भी विभाग की योजना की जानकारी, उससे संबंधित औपचारिकताएं पूरी करने तथा आवश्यकता अनुसार बैंक ऋण की व्यवस्था को प्रमुखता देना शामिल है।
इस मौके पर उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि लोगों की आय बढ़ाने में यह मेला महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इस मेले में आने वाले सभी लोगों को उनकी जरूरतों के अनुसार योजनाओं की जानकारी तथा बैंकों से ऋण उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने विभिन्न विभागों की स्टॉल्स पर जाकर उनकी योजनाओं की जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की मदद की जाए ताकि वह हरियाणा सरकार की योजनाओं से लाभान्वित होकर अपनी पारिवारिक आय को बढ़ा सके।
उपायुक्त ने विभागों की स्टॉल का निरीक्षण करते हुए पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हर हित स्टोर, महिला एवं बाल विकास विभाग, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद, हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, मनरेगा, सक्षम युवा योजना, मत्स्य विभाग एवं उद्यान विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे योजनाओं के संबंध में न केवल लोगों को जागरूक करें तथा उनके कागजात पूरे करवाकर व्यक्ति की आवश्यकता अनुसार मदद करें।

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि कुंजपुरा में लोगों की प्रतिक्रिया बेहद उत्साहवर्धक रही है। यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति अपनी पारिवारिक आय को बढ़ाने की दिशा में सजग नजर आया, इससे प्रभावित होकर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले में आने वाले ऐसे प्रत्येक व्यक्ति को भी लाभ मिले जिनके पास किसी तरह का फोन या मैसेज न गया हो। ऐसे लोगों की आवश्यकता अनुसार मदद की जाए और उन्हें अलग से समय देकर उनकी औपचारिकताएं पूरी करें जिससे उनकी पारिवारिक आय में बढ़ोतरी हो सके।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने अवलोकन के दौरान एक विभाग की स्टॉल पर खड़ी एक महिला से जानकारी लेते हुए पूछा कि बहन जी आपका क्या कार्य है? इस पर महिला ने खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि उन्हें लोन लेना है ताकि वे अपने काम को और अधिक विस्तार दे सकें। इस पर उपायुक्त ने विभाग के अधिकारियों को महिला की पूरी मदद करने के निर्देश दिए।

उपायुक्त ने कहा कि हर हित स्टोर खोलने से युवाओं को 10 प्रतिशत लाभ या न्यूनतम 15 हजार रुपये मासिक आय सुनिश्चित है। यह युवाओं के लिए उनके क्षेत्र में आय का अच्छा स्रोत बन सकता है। हर हित स्टोर पर मिलने वाले सभी खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता अन्य उत्पादों की तुलना में बेहतर एवं मार्किट से कम दर पर होगी।

उपायुक्त ने कहा कि पढ़े-लिखे युवाओं के लिए सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) भी एक अच्छा आय का साधन है। इसके अतिरिक्त पशुपालन, मुर्गी पालन, भेड़-बकरी पालन इत्यादि कार्य शुरू करने से भी परिवारों की आमदनी बढ़ेगी। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम लगाने के लिए युवाओं की न केवल स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ेंगे बल्कि इनके लोन पर अनुदान भी मिलता है। मनरेगा की काम करने के इच्छुक लोगों को 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित किया जाता है जिन्हें प्रतिदिन 315 रुपये दिए जा रहे हैं। सक्षम युवा योजना के तहत पंजीकरण करवाने वाले युवाओं की हर संभव मदद की जाए ताकि उन्हें शीघ्र अति शीघ्र उसका लाभ मिल सके।

उपायुक्त ने कहा कि मत्स्य विभाग द्वारा शुरू की गई मत्स्य पालन योजना के तहत कुंजपुरा खंड में तीन तालाबों का चयन कर 20 परिवारों के समूह को इस संबंध में समुचित जानकारी एवं सुविधा उपलब्ध करवाई जाए ताकि ऐसे परिवारों की आय बढ़ सके और यह जिले तथा प्रदेश में एक उदाहरण प्रस्तुत हो सके।

मेले में 10 बैंकों ने अपने स्टॉल लगाए और लोगों को विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण उपलब्ध करवाने की सुविधा प्रदान की। मौके पर ही सभी औपचारिकताएं पूरी करने की हिदायतें दी ताकि लोगों को कुछ ही दिनों में ऋण भी उपलब्ध करवाया जा सके।