रिपोर्ट -कांता पाल /नैनीताल – सचिव मत्स्य, पशुपालन डा. बीआरसी पुरुषोत्तम ने सोमवार को भीमताल मत्स्य प्रशिक्षण का निरीक्षण किया। उन्होंने भीमताल झील में 20 हजार महाशीर, कामन कार्प, ग्रास कार्य मत्स्य का संचय किया।
उन्होंने कहा कि ट्राउट और महाशीर स्थानीय मछलियाँ हैं जिनका व्यावसायिक महत्व है। पर्वतीय क्षेत्रों में ट्राउट प्रजाति की मछली पालन की अधिक संभावना के दृष्टिगत इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में सहकारिता के माध्यम से क्लस्टर आधारित ट्राउट उत्पादन पर जोर है। इसके बेहतर परिणाम आए हैं l
उन्होंने मत्स्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे रेखीय विभागो के साथ समन्वय बनाकर मत्स्य पालन से जोडे। जिससे उनकी आजीविका में बेहतर सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि काश्तकार को चिन्हित करते हुए समय पर ही बीज उपलब्ध कराने साथ ही भौगोलिक परिस्थिति के अनुसार ही तकनीकी सहयोग भी प्रदान करें।
इस अवसर पर उपनिदेशक मत्स्य प्रमोद कुमार शुक्ला, सहायक निदेशक संजय कुमार छिम्वाल, मत्स्य प्रभारी डॉ. विशाल दत्ता, मुकेश गिरी आदि उपस्थित थे।