करनाल -स्वतंत्रता, स्वाभिमान और संघर्ष का प्रतीक है प्यारा तिरंगा : शिक्षा मंत्री कंवर पाल

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करनाल -हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने स्थानीय अनाज मंडी में आयोजित 77वें जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि ध्वजारोहण किया तथा परेड का निरीक्षण किया और मार्च पास्ट के दौरान परेड की सलामी ली। शिक्षा मंत्री ने इससे पहले शहीदी स्मारक पर शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने सबसे पहले भारत माता के वीर सपूतों जिन्होंने आजादी के लिए अपने बलिदान दिए व आजादी के बाद मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए, को नमन किया और राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर सबको हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि आज हर भारतवासी के लिए खुशी का दिन है। आज हर गली, हर मोहल्ले में तिरंगा है। हर घर-हर दफ्तर में तिरंगा है। हर वाहन, हर हाथ में तिरंगा है। पूरा देश तिरंगे के रंगों में रंगा है। पूरा देश देश भक्ति के रंग में रंगा है।   उन्होंने कहा कि तिरंगा स्वतंत्रता, स्वाभिमान और संघर्ष का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से हम सब ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहे थे। इस महोत्सव के समापन पर के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की वर्षगांठ पर शुरू किए गए, इस अभियान में देश के हर गांव व हर शहर की मिट्टी इकट्ठी की जा रही है।
मंत्री ने कहा कि आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई, 1857 को हरियाणा के अम्बाला से फूटी थी। उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन-आंदोलन खड़ा किया, जिसके बलबूते हम सन 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे। इस आंदोलन के बलिदानियों की देशभक्ति से हमारी युवा पीढियां प्रेरणा हासिल करें, इसके लिए सरकार अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक बना रही हैं। आजादी के बाद भी 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमण से लेकर कारगिल युद्ध तक हरियाणा के वीर जवानों ने वीरता की मिसाल पेश करते हुए देश की आजादी में निरंतर योगदान दिया है। ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान में ऐसे ही वीरों के नाम पूरे देश के गांवों के गौरव पट्ट पर अंकित किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल में हरियाणा सद्भाव, सौहार्द, समान विकास, समरसता के साथ-साथ उन बदलावों का साक्षी रहा है, जिनसे हर आदमी का जीवन सरल, सुगम और सुरक्षित हुआ है। जनसेवा और जनता के बीच दीवार बन चुकी व्यवस्था को मुख्यमंत्री  मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में न केवल बदलने का काम किया गया है, बल्कि ऐसी व्यवस्था देने का प्रयास किया गया है, जिसमें जन-जन को योजनाओं और सेवाओं का लाभ सरल तरीके से प्राप्त हो। देश की आजादी से लेकर लम्बे समय तक गरीब कल्याण की बातें तो की जाती रही, लेकिन उनका लाभ पात्र तक नहीं पहुंच पाया। उन्होंने कहा कि सरकारी योजना के पारदर्शी तरीके से लागू किए जाने से घर बैठे गरीब की बेटी की शादी का शगुन, बुजुर्ग, विधवा व दिव्यांगों की पेंशन, बी.पी.एल. कार्ड, चिरायु कार्ड का लाभ कम्प्यूटर की एक क्लिक से सीधे पात्र के खाते में जाता है। सरकार इस साल को   ‘अन्त्योदय आरोग्य वर्ष’ के रूप में मना रही हैं। गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए तकरीबन 85 लाख आयुष्मान भारत-चिरायु कार्ड घर बैठे ही बनाए गए हैं। निरोगी हरियाणा योजना में लगभग 25 लाख गरीबों के स्वास्थ्य की जांच की है। ‘हर घर नल से जल’ कार्यक्रम में 13 लाख घरों में स्वच्छ पेयजल पहुंचाया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा गरीबों का अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने का सपना साकार करने के लिए ‘चिराग योजना’ चलाई गई है। उन्होंने कहा कि     सरकारी नौकरियों में गरीब परिवारों के उम्मीदवारों को 5 अतिरिक्त अंक दिए जा रहे हैं। यही नहीं, कौशल रोजगार निगम के माध्यम से कच्चे कर्मचारियों की भर्ती में भी गरीब परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार ने समाज के हर कमजोर वर्ग की मदद की है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन का दायरा बढ़ाते हुए अब 40 साल से अधिक आयु के विधुर और 45 साल से अधिक आयु के अविवाहित भी 2750 रुपए मासिक पेंशन के पात्र हो गए हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने गांवों के विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया है। महिलाओं के लिए आजीविका के अवसर बढ़ाने के लिए एक-तिहाई राशन डिपो महिलाओं को देने का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों को उच्चतर शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार ने 20 किलोमीटर के दायरे में एक कॉलेज स्थापित किया है। प्रदेश में 76 नए कॉलेज खोले गए हैं। इनमें आधे से अधिक लड़कियों के हैं। उन्होंने कहा कि शहरों की सब संपत्तियों की भी प्रॉपर्टी आई.डी. बना कर संपत्तियों की खरीद-बेच में होने वाली धोखाधड़ी को समाप्त किया गया है। साथ ही संपत्ति के लिए ‘नो डयूज सर्टिफिकेट‘ को भी ऑनलाइन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों, सरकार और ग्राम निवासियों के बीच संबंध स्थापित करने के लिए ‘ग्राम दर्शन’पोर्टल शुरू किया है। इस पर ग्रामीण अपनी ग्राम पंचायत से संबंधित मांग, सुझाव व शिकायत दे सकते हैं।
स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में परेड में 8 टुकडियां शामिल रही । इन सभी टुकडियों ने परेड कमांडर डीएसपी सुरेश कुमार के कुशल नेतृत्व में मार्च पास्ट किया। परेड में हरियाणा पुलिस के जवानों की पुरूष व महिला प्लाटुन, होमगार्ड, एनसीसी आर्मी विंग की टुकडिय़ां, स्काउटस व गाईडस की प्लाटुन तथा प्रजातंत्र के प्रहरी की प्लाटुन शामिल रही। कार्यक्रम में  सामूहिक मास पीटी शो का स्कूली बच्चों द्वारा शानदार प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम को रंगारंग बनाने के लिए  भिन्न-भिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इन टीमों में जिमनास्टिक वर्ल्ड एकेडमी, विभिन्न राजकीय स्कूलों की छात्राओं द्वारा हरियाणवी नृत्य, ओपीएस विद्या मंदिर, दून इंटरनैशनल पब्लिक स्कूल, माउंट लिटरा जी स्कूल, दयाल सिंह पब्लिक स्कूल तथा डीएवी पुलिस लाईन पब्लिक स्कूल के छात्र एवं छात्राओं द्वारा देश भक्ति एक्शन सोंग की प्रस्तुति दी। दर्शकों ने जोरदार तालियों के साथ बच्चों को हौसला बढ़ाया। जिला के सभी उपमंडलों में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया।
इस मौके पर भाजपा के जिला अध्यक्ष योगेन्द्र राणा, मेयर रेनू बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, पिछडा वर्ग आयोग की चेयरपर्सन निर्मला बैरागी, हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष आजाद सिंह, हरियाणा व्यापार आयोग के सदस्य व जिला व्यापार मंडल के अध्यक्ष कृष्ण लाल तनेजा, भाजपा नेता अमरनाथ सौदा, एडवोकेट संजय मदान, जेजेपी के जिला अध्यक्ष गुरदेव रम्बा तथा जिला प्रशासन की ओर से करनाल पुलिस रेंज के आईजी सतेंद्र कुमार गुप्ता, उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन, एडीसी डॉ. वैशाली शर्मा,  एएसपी पुष्पा, डीएसपी सुरेश कुमार, डीएसपी नायब सिंह, एसडीएम अनुभव मेहता, सीटीएम अमन कुमार, डीडीपीओ राजबीर खुडिया,पूर्व सैनिक रिटायर्ड कर्नल राजीव कुंडू, मुख्तियार सिंह यादव, ईश्वर सिंह, मुकेश कुमार, अमरीक सिंह, गुलाब सिंह, कृष्ण बड़ौता, अनिल कुमार, राजबीर सिंह मान, कमलजीत, राजबीर सिंह चौहान, अनिल कथूरिया, ईश्वर चंद, लक्खीराम, टेक चंद गौतम, बृजपाल तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।