रिपोर्ट -कांता पाल/नैनीताल – बागेश्वर जिले के ग्रामीण इलाकों में बड़ी मात्रा में व्यावसायिक रूप से भांग की फसल उगाई जा रही है लेकिन पुलिस का ठंडा लगातार चल रहा है l प्रतिदिन 5 से 6 एकड़ भूमि पर उगाई जा रही भांग की फसल को नष्ट किया जा रहा है l बागेश्वर में भांग की खेती कर चरस बेचने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है l लगभग 10 करोड़ का यह धंधा बागेश्वर में हर साल का होता है, चरस के धंधे में पुरुषों के बाद महिलाएं भी उतर चुकी हैं l बागेश्वर मुख्यालय में किराये का कमरा लेकर छोटे युवाओं को चरस बेचने का धंधा चल रहा है l एस पी बागेश्वर अक्षय कोंडे ने चरस व्यापारियों की धरपकड़ के लिए दो टीमों का गठन किया गया है l इस वर्ष बागेश्वर में चरस का व्यवसाय करने वालों की एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तारी करने की तैयारी है l