करनाल – टिकट के दावेदारों की धड़कनें हुई तेज़

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करनाल -हरियाणा के विधानसभा चुनाव को लेकर आज दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ एक अहम बैठक हो रही है जिसमें हरियाणा के प्रभारी ,अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के साथ टिकटों के बंटवारे को लेकर चर्चा के साथ पहली सूची को फ़ाइनल करने की उम्मीद जताई जा रही है l इसके साथ ही प्रदेश भर के टिकट के दावेदारों की धड़कनें तेज़ हो गई हैं l इससे पहले सोशल मीडिया पर हर छुटभैया से लेकर बडा नेता सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी दावेदारी के साथ अपने आपको मजबूत और नंबर एक होने का, प्रमुख समाजसेवी होने का प्रमाण देने की कोशिशें करने में लगा है l लेकिन जैसा सोशल मीडिया पर चलवा रहे हैं ऐसा होने की संभावना न के बराबर है l क्योंकि इस बार जो सर्वे रिपोर्ट केंद्र के पास गई है उसका पूरा आंकलन करने के बाद ही बीजेपी के उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया जायेगा l

सर्वे में यह बात खुलकर सामने आई है कि वर्तमान में ज्यादा विधायकों का रिपोर्ट कार्ड ठीक नहीं मिला ,इसलिए बीजेपी नए चेहरों ,युवा, महिलाओं को और नॉन पोलिटिकल परिवारों से जिनकी समाज में अच्छी छवि है पर दांव लगा सकती है l जैसा कि आज मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो बात मैंने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से युवाओं को राजनीति में आगे आने का आग्रह किया था उनके बहुत संख्या में पत्र मुझे मिले हैं  हमारे देश के युवा बड़ी संख्या में राजनीति में आने को तैयार बैठे हैं ,बस उन्हें सही मौके और सही मार्गदर्शन की तलाश है l

हरियाणा की करनाल सीट पर टिकट के दावे तो बहुत लोग कर रहे हैं पर अधिक संभावना मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सैनी को ही करनाल से चुनाव लड़ने की जताई जा रही है l इसका मुख्य कारण अभी हाल ही में सैनी ने उपचुनाव में जीत हासिल की है और अपना जन आधार भी बढ़ाया है l करनाल सीट का इतिहास देखा जाए तो किसी एक समुदाय का वर्चस्व नहीं रहा l क्योंकि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा में नायब सैनी को पहले ही हरियाणा का मुख्यमंत्री घोषित कर दिया था l और करनाल वासी भी करनाल से सीएम सिटी का सेहरा उतरता नहीं देखना चाहते l इसलिए चाहे दावेदार कितने भी हों एक बार फिर बीजेपी के करनाल सीट से नायब सैनी को ही चुनाव में उतरने की संभावना है l अब रही बात मुकाबले की वह तो पार्टी की नीतियों और उम्मीदवार के चेहरे से ही प्रभावित होकर वोटर अपनी वोट डालेगा l
हरियाणा के चुनाव को जीतना बीजेपी की साख का सवाल बन गया है इससे उत्तर भारत के चार राज्य प्रभावित होंगें , दिल्ली से लेकर हरियाणा , पंजाब, हिमाचल जम्मू कश्मीर l जिनमें से तीन राज्यों में गैर बीजेपी सरकार है l