करनाल- राष्ट्र ऋषि दंतोपंत ठेंगड़ी के जन्म दिवस पर स्वावलम्बी बनने और स्वदेशी अपनाओ का दिया नारा

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करनाल – आज पूरे देश में राष्ट्र ऋषि दंतोपंत ठेंगड़ी के जन्म दिवस को स्वदेशी स्वावलम्बन दिवस के रूप में मनाया गया l इस कार्यक्रम में दिल्ली केंद्र के माध्यम से जिला स्तर पर 500 स्वावलम्बी केन्दों को जोड़ा गया और 12 जगह दूसरे देशों में भी इस कार्यक्रम को लाइव देखा गया l राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संचालक और कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुधीर कुमार ने कार्यक्रम में विशेष रूप से दंतोपंत ठेंगड़ी की विकास यात्रा के बारे में बताया और स्वदेशी से जुड़ा एक उदहारण देकर समझाया कि जापान में वहां के नागरिक ने दूसरे देश का मीठा संतरा खाने से मना कर दिया और अपने देश का खट्टा संतरा ही खाया कि यही खाऊंगा क्योंकि मेरे देश का है l  उन्होंने बताया कि कैसे हम राष्ट्र ऋषि दंतोपंत के जीवन से राष्ट्र जागरूकता की प्रेरणा ले सकते हैं , कैसे स्वावलम्बन की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं l
कार्यक्रम में स्वावलम्बी भारत अभियान के अखिल भारतीय प्रशिक्षक ,अर्थ प्रमुख सतीश चावला ने मुख्य रूप से कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हम इस समय अमृत काल में चल रहे हैं हमें मौका मिला है कि हम अपने पूर्वजों से हुई कुछ गलतियों को भी सुधारें और अपने देश की तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनें ,जो इस समय देश के 37 करोड़ युवा उद्यमिता के मार्ग पर चलें तो यही देश के लिए स्वावलबी अभियान में महादान है l
कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच के विभाग प्रमुख डॉ दुलीचंद ने राष्ट्र ऋषि दंतोपंत ठेंगड़ी की जीवन यात्रा के बारे में बताया कि उनकी विचारधारा एक नहीं थी सबके लिए थी उनकी संघर्ष यात्रा पर 200 पुस्तकें लिखी गई स्वावलम्बी भारत अभियान भी उसी आशीर्वचन में से एक है दंतोपंत ने मज़दूर वर्ग किसान वर्ग के लिए काम किया इसके बाद भारतीय मज़दूर संघ की स्थापना की उन्होंने राष्ट्र भाव से एक दूसरे से जुड़ना सिखाया और सामाजिक समरसता की प्रेरणा दी l
स्वावलम्बी भारत अभियान की सदस्य सरोज चावला ने चल रहे स्वावलम्बी भारत अभियान के बारे में प्रकाश डाला कि पिछले 70 सालों से देख रहे हैं कि बेरोजगारी की समस्या विकराल बनी हुई थी देश के विद्वान अर्थशास्त्री संस्थाएं इसे दूर करने में लगे हुए हैं 12 जनवरी 2022 से  इस दिवस को उद्यमिता दिवस के रूप में देश भर में मनाया जाने लगा ताकि भारत रोजगार युक्त बनें l अभियान की सदस्य प्रीति कुकरेजा ने स्वावलम्बी भारत अभियान के द्वारा चलाये जा रहे प्रकल्पों की जानकारी दी , बताया कि इस बार करवा चौथ के त्यौहार पर मेहंदी सीखने वाली 54 लड़कियों ने 3.50 लाख रूपये की कमाई की l इस मौके पर रूप सज्जा का 6 महीने का कोर्स करने वाली 23 लड़कियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया l
स्वदेशी जागरण मंच के सदस्य जयवीर ने  स्वदेशी जागरण मंच के बारे में विस्तार से बताया कि इसका गठन 22 नवम्बर 1991 को हुआ इसके बाद देश में स्वदेशी जागरूकता लाने के लिए जोरदार काम किया जाने लगा ताकि विदेशी नीतियों को रोका जा सके स्वदेशी जागरण मंच ने एक संगठन के रूप में नहीं बल्कि आंदोलन के रूप में काम किया ताकि सभी स्वदेशी का प्रयोग करें l स्वदेशी जागरण मंच के अनिल सैनी ने दीन दयाल उपाध्याय के जीवन पर प्रकाश डाला बताया कि उन्होंने कहा जब तक अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति का उदय नहीं होगा तब तक भारत का विकास नहीं होगा l कार्यक्रम में नौकरी छोड़कर अपना व्यवसाय करने वाले कुणाल आर्याव्रत और जन्नत को सम्मानित किया गया l
कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्वावलम्बी भारत अभियान के करुक्षेत्र विभाग प्रमुख सुरेश पुरी उपस्थित रहे l कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ श्रुति ने किया और कार्यक्रम के अंत में अभियान के जिला केंद्र प्रमुख देवेंद्र
अरोड़ा ने कार्यक्रम में आये सभी का धन्यवाद किया l
बाद में देश के 500 स्वावलम्बन केंद्रों को आनलाइन माध्यम से जोड़ा गया इस अवसर पर हर घर स्वदेशी, हर उद्यमी स्वदेशी का आह्वान किया गया । इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर आज लाइन माध्यम से जुड़ने वाले मुख्य वक्ता श्री श्री रवि शंकर जी थे l आनलाइन माध्यम से इस कार्यक्रम में  चिन्मय पांडे ,अखिल भारतीय संयोजक, आर सुंदरम, अखिल भारतीय समन्वयक भगवती प्रकाश शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का मुख्य रूप से संचालन अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल ने किया उन्होंने हर युवा को उद्यमी बनने का आह्वान किया  l