फ़िल्मी अंदाज़ में कृष्ण व ज्योति ने हत्या का रचा षड्यंत्र ,लेकिन पुलिस से न बच सके

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पानीपत – शहर की जीटी रोड किनारे स्थित गोशाला के मंदिर के कमरे में मंगलवार की शाम को छात्र कृष्ण पुत्र रोहताश निवासी गांव अटावला, जिला पानीपत ने अपनी प्रेमिका छात्रा ज्योति पुत्री रामपाल निवासी गांव बराना जिला पानीपत ने साजिश के तहत पहले गला दबा कर 20 वर्षीय सिमरन पुत्री आलोक दूबे निवासी आजाद नगर, पानीपत की हत्या की। इसके बाद सिमरन को ज्योति ने अपने कपडे पहनाएं और सिमरन के बैग से सारा सामान निकाल कर अपना सामान व आर्य कॉलेज द्वारा जारी किया गया परिचय पत्र, मोबाइल फोन आदि सिमरन के बैग में रखा। इसके बाद कृष्ण व ज्योति ने सिमरन की पहचान खत्म करने के लिए उसके मुंह को गले तक तेजाब डाल कर जलाया और दोनों फरार हो गए। वहीं, हत्यारोपी कृष्ण व ज्योति अपनी साजिश में सफल भी रहे। थाना चांदनी बाग, डीएसपी जगदीप दूहन व ज्योति के परिजन भी शव की शिनाख्त करने में धोखा खा गए। पुलिस ने जांच के दौरान सिमरन के शव की शिनाख्त ज्योति के रूप में की। वहीं पोस्टमार्टम के बाद सिमरन का शव, ज्योति के परिजनों को सौंप दिया और गांव बराना में ज्योति के परिजनों ने सिमरन की अंत्येष्टी कर दी। इधर, राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रेखा शर्मा भी पानीपत आई हत्याकांड की जांच की, पुलिस से जांच की प्रगति को लेकर व हत्याकांड में कथित रूप से शामिल कृष्ण व सिमरन की जल्द गिरफ्तारी के आदेश पुलिस को दिए। वहीं रेखा शर्मा, गांव बराना जाकर ज्योति के परिजनों से मिली और उन्हें सांत्वना दी थी । जबकि ज्योति के परिजन व रिश्तेदार भी बेटी की हत्या के गम में इतने दुखी थे कि उनके घर में चूल्हा तक नहीं जला था।

जिला पुलिस अधीक्षक की मॉनिटरिंग में पुलिस की चार टीमें कृष्ण व सिमरन की तलाश में जुटी थी। पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र की सूचना पर वीरवार की देर शाम हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बस स्टैंड के पास बने एक होटल के कमरे में छापा मारा। वहीं जैसे ही कमरे का दरबाजा खुला तो पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों इतना तकडा झटका लगा कि जैसे उनके पैरों तले से धरती खिसक गई। सामने हत्यारोपी कृष्ण खडा था और बैड पर सिमरन नहीं बल्कि ज्योति लेटी हुई थी। पुलिस टीम ने इस घटना की जानकारी तत्काल पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा को दी। राहुल ने पुलिस टीम को कृष्ण व ज्योति को गिरफ्तार कर पानीपत लाने के आदेश दिए। पुलिस टीम कृष्ण व ज्योति को लेकर शिमला से पानीपत लेकर पहुंची और दोनों का रिमांड लिया गया l

एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि गोशाला मंदिर के कमरे में जो शव मिला था वह ज्योति का नहीं बल्कि सिमरन पुत्री आलोक दूबे निवासी आजाद नगर था। पुलिस व ज्योति के परिजन, कमरे में मिले शव की शिनाख्त करने में चूक गए। उन्होंने बताया कि कृष्ण व ज्योति को शिमला से पानीपत पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और दोनों को पानीपत लाया गया है । वहीं सिमरन की हत्या के लिए कृष्ण व ज्योति ने योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया, दोनों ने सिमरन की हत्या की साजिश एक महीना  पहले ही रचनी शुरू कर दी थी l  साजिश के तहत कृष्ण व ज्योति के ने अपने मोबाइल फोनों पर इस तरह की बात की जैसे कृष्ण के साथ ज्योति नहीं बल्कि सिमरन ही बातचीत कर रही हो। उन्होंने बताया कि पहले सिमरन को मंदिर के कमरे में बुला कर उसकी गला दबा कर हत्या कर दी और फिर ज्योति व कृष्ण ने सिमरन के कपडे व बैग का सामान बदला, फिर चेहरे पर तेजाब डाल कर चेहरे की पहचान खत्म कर दी।

कृष्ण व ज्योति को रिमांड पर लिया  एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि कृष्ण व ज्योति को  पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया पहली पूछताछ में लड़के व् लड़की  ने हत्या की बात कबूली हैं की। उन्होंने बताया कि सिमरन के पिता व परिजनों को सिमरन की हत्या की जानकारी दे दी गई है और पिता व माता के डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल भी लिए जाएंगे। ताकि इस केस में किसी तरह का कोई शकशुहबा न रहें।

वही एस पी का कहना  हैं की गौशाला में  कॉलेज के तीन से चार लड़के और भी गए थे उनकी पहचान की जा रही हैं।
मृत सिमरन के पिता आलोक दूबे ने बुधवार को थाना सिटी पुलिस को दी शिकायत में आरोप लाया था कि आरोपित कृष्ण, मंगलवार को एसडी कॉलेज से उनकी पुत्री सिमरन को उसके साथ विवाह करने के लिए बहलाफुसला कर अपने साथ ले गया। पुलिस ने दूबे की शिकायत पर कृष्ण के खिलाफ सिमरन को बहुलाफुसला कर अपने साथ ले जाने के आरोप में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी l