21 दिसंबर को होगा करनाल जिले में मॉकड्रिल का प्रदर्शन

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करनाल – प्राकृतिक आपदा कभी भी-कहीं भी आ सकती है, यदि इससे निपटने की तैयारी पहले से ही हो तो इससे होने वाली जान-माल की क्षति को काफी हद तक बचाया जा सकता है। इसी के दृष्टिगत हरियाणा में राजस्व विभाग द्वारा पिछले काफी दिनों से तैयारियां की जा रही हैं, जिसके तहत सभी जिलों में मॉकड्रिल के प्रशिक्षण किए गए हैं। अब 21 दिसंबर को प्रदेशव्यापी विशाल मॉकड्रिल होने जा रही है, जिसकी पूरे प्रदेश में एक ही समय पर एक्सरसाईज़ सम्पन्न करवाई जाएंगी।

मंगलवार को चण्डीगढ़ स्थित सिविल सचिवालय से विडियो कॉन्फ्रैसिंग के जरिये प्रदेश के वित्त एवं राजस्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने प्रस्तावित मॉकड्रिल बारे बताया कि हरियाणा का एन.सी.आर. का क्षेत्र रिस्क जोन में आता है। देखा जाए तो बीते 3 दशकों से राजधानी के आस-पास शहरीकरण में काफी बढ़ोतरी हुई है। भविष्य में भूकम्प जैसी आपदा से निपटने के लिए सभी तैयारियां जरूरी हो जाती हैं। उन्होने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि हरियाणा किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए पूर्णत: तैयार है। इसके लिए उन्होने प्रदेश के सभी जिलों के उपयुक्तों को बधाई दी और कहा कि 21 दिसंबर की मॉकड्रिल आपको कुछ नया सीखने का अवसर प्रदान करेगी। उन्होने यह भी कहा कि मॉकड्रिल की एक्सरसाईज में नागरिक सहभागिता भी होनी चाहिए, जो आदर्श रहेगा और इसके समापन पर सभी अधिकारी बैठकर इसका फोलोअप भी करें। अच्छा रहेगा कि इसमें निजी तौर पर अपने-अपने एरिया के जन प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित कर लिया जाए।

कॉन्फ्रैसिंग में उपस्थित हरियाणा के मुख्य सचिव डी.एस. ढेसी ने बताया कि मॉकड्रिल का उद्देश्य किसी भी आपदा के समय क्या कुछ करना जरूरी होता है, उसे अच्छी तरह समझना है। उन्होने उदहारण देकर कहा कि सशस्त्र सेनाएं नियमित एक्सरसाईज करती रहती हैं और उसी के बल पर वे युद्ध और एन्काउंटर जैसी स्थिति से निपटने में सक्षम रहती हैं। हरियाणा में सिविल एडमिनिट्रेशन के जरिए पहली बार इतने बड़े पैमाने पर मॉकड्रिल की एक्सरसाईज करवाई जा रही हैं, ताकि किसी भी आपदा के आने से पहले इस बात की पूरी जानकारी हो कि उससे कैसे निपटा जाना है, ताकि घटना के समय जान-माल को बचाया जा सके। वी.सी. में हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा ने प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों के साथ 21 दिसंबर को की जानी वाली मॉकड्रिल को लेकर तैयारियों की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होने वी.सी. के माध्यम से सभी उपायुक्तों से तैयारियों की जानकारी ली। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य मेजर जनरल वी.के. दत्ता ने भी विडियो कॉन्फ्रैसिंग के माध्यम से सभी जिला के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश हुए।

प्रस्तावित मॉकड्रिल की तैयारियों को लेकर उपायुक्त ने बताया कि करनाल एरिया में 6 अलग-अलग स्थानों पर मॉकड्रिल की परिकल्पना को लेकर सभी जरूरी बंदोबस्त किए गए हैं। इसे लेकर सभी जगहों की घटनाएं भी अलग-अलग रहेंगी, लेकिन सभी एक ही समय में घटेंगी। उन्होने बताया कि इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की टास्क फोर्स बनाकर डयूटियां लगाई गई हैं। इसके तहतकमांड स्टाफ में पुलिस अधीक्षक का सुरक्षा का जिम्मा रहेगा। अतिरिक्त उपायुक्त को इंसीडेंट कमांडर एवं स्टेजिंग एरिया मैनेजर बनाया गया है, जबकि नगराधीश लाईज़न ऑफिसर रहेंगे। जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी मुख्यालय के सूचना एवं मिडिया अधिकारी तथा नगर निगम के पी.आर.ओ. साईट के सूचना एवं मिडिया अधिकारी रहेंगे।

उन्होने बताया कि पहली मॉकड्रिल सैक्टर-12 स्थित सुपरमॉल स्थल पर की जाएगी, नगराधीश को इसका टीम लीडर बनाया गया है। इसी प्रकार कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को दूसरी मॉकड्रिल के लिए लिया गया है, इसके टीम लीडर एस.डी.एम. करनाल होंगे। जबकि जिला के गुढा स्थित इण्डेन गैस बॉटलिंग प्लांट पर की जाने वाली मॉकड्रिल के टीम लीडर एस.डी.एम. घरौण्डा होंगे। इसके अतिरिक्त असंध के जयसिंह पुरा स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में चौथी मॉकड्रिल और शहर के कर्ण गेट स्थित स्थल पर पाचंवी मॉकड्रिल की जाएगी। जबकि छटी मॉकड्रिल इन्द्री स्थित वैस्टर्न जमुना कैनाल पर रहेगी। उपायुक्त ने वी.सी. में उपस्थित सभी संबंधित अधिकारियों को डयूटी बारे विस्तार से बताया और चेतावनी दी कि डयृटी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी व कर्मचारी के लिए नैशनल डिजास्टर एक्ट के सैक्शन-55 व 56 के तहत सजा का प्रावधान है। वी.सी. में उपस्थित जिला पुलिस अधीक्षक जे.एस. रंधावा ने प्रस्तावित मॉकड्रिल के दिन सुरक्षा प्रबंधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विडियो कॉन्फ्रैसिंग में करनाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुभाष यादव भी उपस्थित थे।