कराची. पाकिस्तान के साउदर्न सिंध प्रोविंस में एक हिंदू मंदिर तोड़फोड़ की गई है। पुलिस ने बताया कि मंदिर में रखीं देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी तोड़ा गया है। इनके कुछ टूटे हुए हिस्से करीब की ही एक नाली में मिले हैं। पुलिस ने शनिवार को बताया कि इस मामले में तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ ईश-निंदा (ब्लासफेमी) और आतंकवाद का केस दर्ज किया है। ईश्वर के अपमान का केस भी दर्ज…
– न्यूज एजेंसी ने पुलिस के हवाले से बताया, यह घटना शुक्रवार को थट्टा जिले के घारो कस्बे में हुई। यह जगह कराची से करीब 60 किलोमीटर दूर है। यहां 2000 परिवार रहते हैं। इनमें ज्यादातर हिंदू हैं।
– डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ ईश निंदा (ब्लासफेमी) और आतंकवाद का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों पर भगवान के अपमान का केस भी दर्ज किया है।
पुलिस काे नाबालिगों पर शक
– बीबीसी उर्दू ने पुलिस ऑफिसर फिदा हुसैन मस्तोई के हवाले से बताया कि केस की हर पहलू से जांच की जा रही है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
– फिदा के मुताबिक, मंदिर के पास मिले फुटप्रिंट किसी किशोर के लगते हैं, जिसकी उम्र करीब 12 साल रही होगी।
– स्थानीय हिंदू पार्षद लाल मेहेश्वरी ने कहा कि इस मंदिर की वो काफी वक्त से देखरेख करते रहे हैं। वे शुक्रवार को देर रात तक मंदिर में ही थे।
– खबर में मेहेश्वरी के हवाले से बताया गया, “तड़के 1 से 5 बजे के बीच कोई मंदिर में दाखिल हुआ होगा। सुबह मैं पूजा के लिए आया तो मंदिर की मूर्तियां गायब थीं। इस मंदिर के इतिहास में पहली बार ऐसी घटना हुई।”
– बीबीसी उर्दू ने पुलिस ऑफिसर फिदा हुसैन मस्तोई के हवाले से बताया कि केस की हर पहलू से जांच की जा रही है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
– फिदा के मुताबिक, मंदिर के पास मिले फुटप्रिंट किसी किशोर के लगते हैं, जिसकी उम्र करीब 12 साल रही होगी।
– स्थानीय हिंदू पार्षद लाल मेहेश्वरी ने कहा कि इस मंदिर की वो काफी वक्त से देखरेख करते रहे हैं। वे शुक्रवार को देर रात तक मंदिर में ही थे।
– खबर में मेहेश्वरी के हवाले से बताया गया, “तड़के 1 से 5 बजे के बीच कोई मंदिर में दाखिल हुआ होगा। सुबह मैं पूजा के लिए आया तो मंदिर की मूर्तियां गायब थीं। इस मंदिर के इतिहास में पहली बार ऐसी घटना हुई।”
अारोपियों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा
– सिंध के सीएम के अल्पसंख्यक मामलों के सलाहकार डॉ. खातो मल ने हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया है।
– बता दें कि घारो कस्बा कराची से करीब 60 किलोमीटर दूर है और यहां करीब 2000 परिवार रहते हैं, जिनमें ज्यादातर हिंदू हैं।
– बता दें कि घारो कस्बा कराची से करीब 60 किलोमीटर दूर है और यहां करीब 2000 परिवार रहते हैं, जिनमें ज्यादातर हिंदू हैं।