करनाल- दहेज उत्पीड़न के साथ दुष्कर्म के प्रयास के आरोप में दर्ज मामले में धाराएं हटाने को लेकर रिश्वत मांगने के केस में एएसआई को खुद जेल जाना पड़ गया l करनाल में सैक्टर 32 – 33 पुलिस थाने में तैनात एएसआई सरिता को विजिलेंस टीम ने चार लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए कल रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था । आज उसे अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया । इसी बीच एस पी गंगाराम पूनिया ने कड़ा निर्णय लेते हुए उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने बताया कि उनके रिश्तेदारों के खिलाफ दहेज का मामला लडक़ी पक्ष वालों ने दर्ज करवाया था। उसमें लडका और लडक़े के पिता और भाई के साथ लडके की माता के खिलाफ बलात्कार, शारीरिक शोषण के साथ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज करवाया था। इस मामले में सरिता आई ओ थी। उसने धाराएं हटाने के एवज में दस लाख रुपये की मांग की ,उसके बाद मामला आठ लाख में तय हो गया। चार लाख पहले तथा काम होने के बाद चार लाख में सौदा तय हुआ। इसी बीच उन्होंने विजिलेंस को शिकायत कर दी। विजिलेंस ने एक योजना तैयार कर सरिता को चार लाख रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसे कोर्ट में पेश किया। सरिता ने कहा था कि वह पांच लाख डीएसपी मुकेश तथा दो लाख एसएचओ को देगी उसे तो एक लाख ही मिलेगा। इस संबंध में शिकायतकर्ता ने पुलिस को ऑडियो रिकार्डिंग भी सौंपी है l एसपी ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए एएसआई को बर्खास्त कर दिया।