करनाल -हर भारतवासी शिक्षित हो ऐसा था बाबा भीमराव अम्बेडकर का सपना :मास्टर नरेंद्र गोरसी

0
117

करनाल – डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एक युगपुरुष 6 दिसंबर 65 वा परिनिवारण दिवस पर सच्ची श्रद्धांजलि बाबा साहब के समय में सामाजिक परिस्थितियां अनुकूल नहीं थी जाति व्यवस्था की कठोर चक्की में पीस कर कई बार अपमानित होने के बावजूद बाबा साहब ने कड़ी मेहनत कठोर परिश्रम और दृढ़ साहब के साथ राष्ट्र को सबसे श्रेष्ठ मानते हुए उसकी श्रेष्ठता के लिए अपना तथा अपने परिवार का जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया l
बाबा साहब भारत को आधुनिक और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्होंने हर भारतीय को शिक्षित होने का आह्वान किया देश में धर्म और जाति के नाम पर दंगे ना हो इसलिए उन्होंने सबसे एकत्रित हो देश की उन्नति के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया l
उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मजदूरों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से उन्होंने अपने समय की सरकारों को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए वह किसी को देश की आय का प्रमुख स्रोत बनाना चाहते थे इसलिए उन्होंने ज्यादा से ज्यादा बिजली पैदा करने नेहरू को आपस में जोड़ने और बारिश के पानी को संजय करके कृषि करने के लिए योजनाओं पर हमेशा जोर दिया l
इस तरह वह देश को सूखे और बाढ़ दोनों से छुटकारा दिलाने के साथ ही किसानों को पानी और बिजली की पूर्ण सुविधाएं प्रदान करना चाहते थे बाबा साहब देश के लिए जीने वाले लोगों से अतः प्रेम करते थे वह हर नागरिक की आजादी सुरक्षा और तरक्की के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहते थे l
भारत का संविधान बनाने वाली ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन का पद ग्रहण करने के बाद कड़ी मेहनत से 2 साल 11 महीने 18 दिन में देश का संविधान तैयार किया जिसका मूल रूप से अभिप्राय था कि देश का हर नागरिक अपनी हर तरह की आजादी का आनंद प्राप्त करें और सामाजिक तौर पर सभी बराबर हो एक मनुष्य को दूसरे मनुष्य की लूट से बचाया जा सके राष्ट्र का धर्म सबसे उत्तम धर्म है l
उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लिखित रूप में मांग की थी कि वह उन्हें योजना मंत्री बनाएं क्योंकि वह बड़े दूरदर्शी और दुनिया के माने हुए अर्थशास्त्रियों में एक थे वह भली भांति जानते थे कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है और हमारे यहां हर तरह के खनिज पदार्थ के भंडार हैं इसलिए हमें आत्मनिर्भर बनकर विश्व का सिरमौर होने से कोई नहीं रोक सकता लेकिन अफसोस कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विद्वानों में से एक होने के बावजूद उस समय की सरकारों ने बाबा साहब की सुध नहीं ली अगर उस समय की सरकारों ने बाबा साहब के सुझाव को दरकिनार ना किया होता तो आजादी के बाद से लेकर अब तक भारत का इतिहास कुछ अलग होता हमारे देश में बढ़ रही आबादी की समस्या बाबा साहब उस समय भी देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून के पक्षधर रहे हैं l
65वें परिनिवारण दिवस पर हम सब संकल्प लें कि हम अपने जीवन में बाबा साहब के द्वारा बताए गए सिद्धांतों और शिक्षाओं को जीवन में आत्मसात कर विकसित राष्ट्र की ओर बढ़े जिस प्रकार आज के समय में वर्तमान सरकार पुरानी घिसी पिटी परंपराओं को तोड़कर नए सर्जन का निर्माण कर आधुनिक भारत बनाने में लगी हुई है यही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है l
इस अवसर पर भाजपा किसान मोर्चा मीडिया प्रभारी विपिन कुमार प्रदीप कंबोज रामपाल प्रमोद कुमार हेमराज शर्मा ईश्वर कंबोज राहुल प्रमोद मोहित कुमार जिला महामंत्री विनय संधू उपस्थित रहे l