करनाल -पुरी पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी सरस्वती आज शाम पांच बजे सनातन धर्म मंदिर में धर्म सभा को संबोधित करेंगें 

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करनाल – पुरी पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी सरस्वती महाराज राष्ट्र के उत्कर्ष के साथ अखंड भारत के विचार की अलख जगाने के लिए आज कर्ण नगरी पहुंचे। । यहां पर श्री जगदगुरु शंकराचार्य जी का जोरदार स्वागत किया। यहां पर निर्मल कुटिया के सामने निर्मल कुटिया के प्रमुख संत बाबा राम सिंह जी ने किया। सोनीपत से उन्हें काफिेले के साथ लाया गया। करनाल में उनका स्वागत हजारों लोगों ने कियाा। सडक़ के दोनों तरफ सैकडों लोगों ने श्री शंकराचार्य जी की कार पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यहां से वह जनरैली कोठी क्षेत्र में सतपाल खेत्रपाल के अवास पर पह़ंचे। यहां पर उनका स्वागत शहर के गणमान्य नागरिकों ने किया।   पुरी पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी सरस्वती महाराज आज शाम पांच बजे सनातन धर्म मंदिर कुंजपुरा रोड के सभागार में धर्म सभा को संबोधित करेंगे। इसा दौरान बातचीत करते हुए श्री शंकराचार्य जी ने कहा कि वह सनातन संस्कृति को अलख जगाने के लिए निकले हैं। आज भारत के लोग सनातन संस्कृति और अखंड भारत की गौरवशाली परंपरा को भूल चुके हैं। आज देश में वह इसकी अलख जगा रहे ळैं। उन्होंने कहा कि उनका समापन भारत को अखंड हिंदू राष्ट्र बनाना हैं। जहां पर सभी को सम्मान और प्यार मिले। आने वाले ढाई वर्ष की अल्पावधि में हिन्दू राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य की पूर्ति के लिए अनंत श्री विभूषित श्री गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी परिव्राजक मर्यादा का पालन करते हुए इस वृद्धावस्था में भी अपने परिकरों सहित राष्ट्रोत्कर्ष अभियान के अन्तर्गत भारत और नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों में धर्मसभा एवं संगोष्ठियों के माध्यम से सनातन-वैदिक संस्कृति के प्रति स्वस्थ वैचारिक क्रांति का सूत्रपात कर रहे हैं ! इसी क्रम में श्री गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर श्री जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती महाराज जी का राष्ट्र उत्कर्ष अभियान यात्रा के क्रम में भारत के छत्तीसगढ़, गुजरात, दिल्ली एवं हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों की यात्रा करते हुए वीरों की भूमि करनाल में आगमन हो रहा है । इसका आयोजन  पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वागत समिति द्वारा किया जा रहा हैं। इससे पहले श्री शंकराचार्य सुबह दस बजे संत निवास पर शहर के गणमान्य लोगों की सभा को संबोधित करेंगे। यहां पर महिलाओं की सभी को भी संबोधित करेंगे।