चंडीगढ़ एवं हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सरदार राम सिंह बराड़ ने कहा कि पत्रकारिता के समक्ष वर्तमान दौर में काफी चुनौतियां है। खबर फ्लैश करने से पहले उसकी विश्वसनीयता जानना बेहद जरूरी है। जिस खबर में थोड़ा भी संशय हो, उसे ड्रॉप कर देना चाहिए। खबर छूटना माफी योग्य अपराध है, लेकिन समाज के लिए घातक तथा नुकसानदायक खबर फ्लैश करना अक्षम्य अपराध है। वह आज करनाल के गोल्डन मोमेंट में हिन्दी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर चंडीगढ़ एवं हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन के स्टेट चेयरमैन बलवंत तक्षक, इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव बलविन्द्र जम्मू तथा चंडीगढ़ एंव हरियाणा जर्नलिस्ट के प्रदेश महासचिव सुरेन्द्र गोयल मुख्य तौर पर मौजूद थे। इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। बाद में अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया गया। कार्यक्रम में सीनियर जर्नलिस्ट बिशपाल राणा को करनाल जिला संयोजक नियुक्त किया गया। उन्हें करनाल में यूनियन के सदस्य बनाने के साथ-साथ पदाधिकारी नियुक्त करने की जिम्मेदारी दी गई। बिशपाल राणा ने कहा कि जो भी जिम्मेदारी उन्हे मिली है उसका पूरी निष्ठा के साथ सभी पत्रकारों को साथ लेकर पालन किया जाएगा। यूनियन बारे जानकारी देते हुए राम सिंह बराड़ ने कहा कि यह यूनियन अन्य संगठनों से अलग हटकर है। यह पत्रकारों को सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा देने के लिए संघर्ष करने में भरोसा करती है। यह संगठन पत्रकारों को उनकी संवैधानिक पहचान दिलाने के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने मान्यता के नियमों को सरल बनाने तथा पेंशन के लिए आयु सीमा 60 साल से कम करके 55 साल व पेंशन में बढ़ोतरी ओर बिना मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी पेंशन सुविधा का लाभ देने तथा मान्यता प्राप्त पत्रकारों के साथ-साथ गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी कैशलेस स्वास्थ्य सुविधा का लाभ देने की बात कही। इस अवसर पर चंडीगढ़ एवं हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन के स्टेट चेयरमैन बलवंत तक्षक ने कहा कि वह पत्रकारों की भलाई के लिए फील्ड़ के निचले स्तर पर संघर्ष करने के लिए तैयार है। पत्रकारों को भी अपनी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने समाचार लेखन के साथ-साथ संपादन के भी टिप्स दिए। अपने उद्बोधन में इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव बलविन्द्र जम्मू ने कहा कि आज पत्रकार अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। कोरोना के दौरान सरकार ने पत्रकारों को कोरोना योद्धा घोषित किया, लेकिन इस दौरान जिन पत्रकारों की कोरोना बीमारी से मौत हुई उन्हें आज तक मुआवजा नहीं मिला। वहीं पर पत्रकारों के हितों के लिए जो कानून बनाए गए थे। उन कानूनों को हटा दिया गया। पत्रकारों को न तो वेज बोर्ड मिलता है और न ही उन्हें सामाजिक सुरक्षा। इससे पहले बलवंत तक्षक ने कहा कि हरियाणा पहला राज्य है जहां पत्रकारों को पेंशन घोषित हुई। जल्द ही पत्रकारों की पेंशन को दोगुना करने के लिए सरकार के सामने यूनियन ने मांग रखी है। इस मौके पर चढ़दी कला मीडिया ग्रुप हरियाणा के डायरेक्टर एवं संपादक डा. के.के संधू, वरिष्ठ पत्रकार शैलेन्द्र जैन, आजाद सिंह, मुलख राज आहुजा ने अपने विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार धर्मेन्द्र खुराना, अनीता सिंह, भगवान दास, कदम सिंह, गुरचरण विर्क, इन्द्रजीत वर्मा, दीपक कांबोज, रिंकू नरवाल, धर्म सिंह, चमन लाल, रणधीर राणा, विजय काम्बोज, सुरेश अनेजा, संदीप रोहिल्ला, रविन्द्र मलिक, पंकज जनौट, परमजीत कौर, राज रानी, सोनी दुआ, सुदेश धानिया, हरीश मदान, हरिकिशन आर्य, नरेंद्र लाठर, सुरेंद्र पांचाल, सलिन्दर मोकल, मेहर सिंह, राजेंद्र राणा, प्रवीण भार्गव, राजकुमार खुराना, धीरज शर्मा, कर्ण, खुर्शीद आलम, संजय बत्तरा, कृष्णा चौहान, संजय भाटिया, सन्नी चौहान, मोहन ठाकुर, दलसिंह मान, जयभगवान अत्री, एस.के गुरेजा, कर्ण सिंह, ईश्वर दत्त, राजेंद्र शर्मा, रवि भाटिया, सुभाष त्रेहन, योगेश वर्मा सहित बड़ी संख्या में जिला के पत्रकार मौजूद रहे।