करनाल – सेवा श्री आश्रम सेवा भारती में सामाजिक समरसता महिला सम्मेलन का आयोजन

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करनाल – सेवा श्री आश्रम सेवा भारती में जिला सामाजिक समरसता टोली करनाल द्वारा जिला स्तरीय महिला सम्मेलन का आयोजन करवाया गया। जिसमें मुख्य वक्ता वीना कौशिक प्रांत प्रमुख सामाजिक समरसता हरियाणा साथ में रचना पालीवाल प्रांत सह प्रमुख सामाजिक समरसता हरियाणा रहीं l  वीना कौशिक ने बताया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है महिलाएं ही  सृष्टि  को आगे  बढ़ाने का काम कर सकती है। ऐसी ताकत सृष्टि ने केवल महिलाओं को ही दी है l उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वह घरों से बाहर निकलें और समाज में व्याप्त इस कुरीति को जड़ से खत्म करने के लिए आगे आएं । रचना  पालीवाल ने कहा  कि समाज में अनेकों  कुरीतियां है लेकिन यह प्राचीन समय से चली आ रही सबसे भयंकर कुरीति। है जो मानव मानव के बीच भेद पैदा करती है इस कुरीति को मिटाने के लिए महिलाओं को सशक्त होना ही होगा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर आदित्य चौधरी असिस्टेंट प्रोफेसर कल्पना चावला राजकीय मेडिकल महाविद्यालय करनाल रहे। डॉ आदित्य चौधरी ने बताया कि  गांव और बस्तियों में महिलाएं घरों से बाहर बहुत कम निकलती है उनको बाहर निकलने के लिए  बीमारी का बहाना बनाकर अस्पतालों  में  आना पड़ता है। मैं इन सशक्त महिलाओं से कहना चाहता हूं कि ऐसी महिलाओं को घरों से बाहर निकलना चाहिए और  समाज की महिलाओं को सशक्त बनाने में अहम भूमिका अपनानी चाहिए । गांव शहर की सभी महिलाओं का योगदान समरसता के लिए लें । कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर ज्ञानी देवी प्रधानाचार्य  गुरु ब्रह्मानंद कन्या महाविद्यालय अंजंथली करनाल ने की  उन्होंने बताया कि महिलाएं पुरुषों से कहीं भी कम नहीं है शास्त्रों में महिलाओं का स्थान पुरुषों से ऊपर बताया गया है लेकिन महिलाएं बराबरी का हक मांग कर अपने आप को एक कदम पीछे कर रही हैं l  मेरा महिलाओं से निवेदन है कि वह अपने आप को श्रेष्ठ समझें  और समाज में फैली इस  कुरीति को समाप्त करने में अपना योगदान दें ।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में ज्ञान कुमार सहसंयोजक सामाजिक समरसता हरियाणा व  वीणा प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय  फुरलक करनाल रहे l ज्ञान कुमार ने बताया कि अगर छुआछूत पाप नहीं है तो इस दुनिया में कुछ भी पाप नहीं है और इस पाप को खत्म करने के लिए पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी आगे आना होगा। दुनिया में 50% आबादी केवल महिलाओं की है यदि आधी आबादी चुप रहेगी तो फिर समाज का काम कैसे होगा l   प्रधानाचार्य  वीणा ने कहा कि समाज में हर क्षेत्र में समता समरसता आवश्यक है लेकिन छुआछूत जैसी भयंकर कुरीति को समाप्त करने में महिलाएं  अपना कर्तव्य अवश्य निभाएं।  राजकीय  संस्कृति  कन्या वरिष्ठ  माध्यमिक विद्यालय की अध्यापिका ममता ने कविताओं के माध्यम से छुआछूत की बीमारी पर व्यंग्य किया और महिलाओं को अपनी कविताओं  के माध्यम से समरसता के लिए प्रेरित किया l  सीमा उपाध्यक्ष राष्ट्रीय सेविका समिति ने  गीत के माध्यम से महिलाओं को  सामाजिक कार्यों के लिए प्रेरित किया। जिला करनाल के अलग-अलग क्षेत्र  बस्तियां  ग्रामों से  200 महिलाओं ने कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम में मंच संचालन  बलराज प्रधानाचार्य जीपीएस एकेडमी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय निसिंग ने किया। कार्यक्रम में जिला सामाजिक समरसता मंच करनाल की टोली के सभी सदस्य मौजूद रहे l