करनाल – कोर्ट ने यूट्यूबर आकर्षण उप्पल की जमानत याचिका पर दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद फैसला कल तक के लिए टाल दिया है l करनाल की महिला तहसीलदार ललिता पर गलत रजिस्ट्री करने का दबाव बनाने के आरोपी यूट्यूबर आकर्षण उप्पल को कोर्ट ने कल 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था । तहसीलदार ललिता की ओर से पुलिस को सौंपी गई शिकायत में कहा गया है कि आकर्षण उप्पल ने सुमित कुमार नामक शख्स की रजिस्ट्री कराने के लिए उस पर दबाव बनाया। जब उसने रजिस्ट्री पर साइन करने से इनकार किया तो आरोपी ने अपने सोशल मीडिया चैनल पर उनके खिलाफ अनाप-शनाप खबरें चलाईं। शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने आकर्षण उप्पल और सुमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया l
करनाल की महिला तहसीलदार की शिकायत पर करनाल सिविल लाईन थाना में आकर्षण उप्पल और सुमित कुमार पर आईटी एक्ट की धारा 67, 67ए, आईपीसी की धारा 186, 34, 342, 353, 354बी और 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था आज एक और आईपीसी की धारा 384 भी साथ में जोड़ी गई है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कल न्यायालय के समक्ष पेश किया गया था ।
द हरियाणा रेवेन्यू आफिसर एसोसिएशन ने करनाल में तहसीलदार के साथ हुई अभद्रता की घटना पर कड़े शब्दों में निंदा की है। तहसीलदार ने कहा है ,आज तक 12 साल की नौकरी में ऐसी घटना पहली बार हुई है जो मुझे अभी तक मानसिक आघात पहुंचा रही है। मेरे कमरे में घुसकर रिटायरिंग रूम तक आना और अपशब्द बोलते हुए बाथरूम तक पहुंच जाना। इस घटना के बारे में सोचकर भी डर महसूस हो रहा है। जो अंदर से झकझोर रही है। ये शब्द पीड़ित महिला तहसीलदार के हैं, जो करनाल तहसील में हुई घटना के बाद से अभी तक आहत है।
महिला तहसीलदार का कहना है कि मैं आम दिनों की तरह अपने कार्यालय में काम कर रही थी। सुमित अधूरे कागजात के साथ रजिस्ट्री लेकर आया। उसे मना किया तो वह यू-ट्यूबर आकर्षण उप्पल को साथ लेकर आया। दोनों जबरदस्ती कमरे में घुस आए। कमरे में नहीं मिली तो रिटायरिंग रूम में घूस गए। रिटायरिंग रूम की बाहर से कुंडी लगा दी ताकि मैं बाहर न जा पाऊं। इस पूरे वाकए से मैं डर गई। डर के मारे मदद की गुहार लगाई, डीआरओ को मैसेज किया।
महिला तहसीलदार का कहना है कि अभी भी मुझे बार-बार यह घटना याद आ रही है। कोई कैसे किसी के कार्यालय में घुसकर उसके बाथरूम तक जा सकता है। क्या हम अपने घर में मां-बहन के साथ ऐसा सोच सकते हैं। रजिस्ट्री में पूरे कागजात न होने के बाद भी रजिस्ट्री करने का दबाव बनाया गया। यह बेहद दुखद है। इस पूरी घटना से मानसिक आघात पहुंचा है। इस संबंध में मैंने एफसीआर को भी अपनी शिकायत भेजी है।