करनाल – शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि कोविड महामारी पर बहुत कम समय में करनाल जिले ने बेहतर प्रबंध करके काबू पाया है। जिले में ऑक्सीजन, दवाई, बेडों की कोई कमी नहीं है, गांव-गांव में आइसोलेशन सेंटर खोले जा रहे हैं और पहले से ज्यादा टेस्टिंग बढ़ाई जा रही है जिसके परिणामस्वरूप करनाल जिले का रिकवरी रेट 90 प्रतिशत के करीब हो गया है।
मंत्री वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए जो प्रबंध किए हैं वह सराहनीय हैं। पिछले सप्ताह जिले की स्थिति काफी नाजुक थी, स्थिति में काफी सुधार आया है, किसी को भी पैनिक होने की जरूरत नहीं, जिले में पर्याप्त मात्रा में बैड ऑक्सीजन युक्त 475 बैड हैं जिनमें से 122 खाली हैं तथा आईसीयू के 258 बैड हैं जिनमें से 26 खाली हैं। उन्होंने कहा कि अभी समस्या समाप्त नहीं हुई है, लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के लिए भी प्रशासन ने तैयारी की है। हमारा मानना है कि यदि जनता का सहयोग रहा तो तीसरी लहर हरियाणा में नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं जिस कोरोना संक्रमित व्यक्ति की घर पर सुविधा नहीं है, उसके लिए गांव में ही आईसोलेशन सैंटर बनाए गए हैं जहां पर सभी सुविधाएं मिलेंगी। जो पॉजिटिव आता है उसके लिए स्वास्थ्य किट तैयार की गई है जिसमें दवाई, थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर, स्टीमर शामिल है। केसीजीएमसी के छात्रों द्वारा मरीजों का दिन में दो बार स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जाती है। किसी भी मरीज को गांव से दूर नहीं जाना पड़े इसके लिए सीएचसी स्तर पर 20 बैड के कोविड केयर सेंटर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी को मिलजुल कर काम करने की जरूरत है जिसके बेहतर परिणाम होंगे।
घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि जिले में कोरोना के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ संगठन भी अद्भुत सेवा कर रहे हैं। करनाल मॉडल का नाम पूरे प्रदेश में लिया जाएगा। पूरे प्रदेश में जिला प्रशासन व डाक्टरों की अच्छी सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि गांव में आइसोलेशन सेंटर बनाना अपने आप में एक प्रशासन का अनोखा प्रयास है। इससे ग्रामीण क्षेत्र के संक्रमित मरीजों को आत्मविश्वास मिलेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संपर्क प्रमुख कपिल अत्रेजा व सेवा भारती के प्रदेश प्रधान सतीश चावला ने भी कोरोना महामारी की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी और कहा कि किसी भी मरीज को दिक्कत न आए, गांव में संक्रमण बढ़ रहा है, गांव की ओर विशेष ध्यान रखा जाए ताकि संक्रमण की चेन तोड़ी जा सके।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने जिले में कोविड के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी और कहा कि सरकार के साथ-साथ सामाजिक संगठन भी इस महामारी में बेहतर सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएचसी लेवल पर मरीजों की सुविधा के लिए एम्बुलेंस की सुविधा दी गई है। मरीज को किसी भी प्रकार से दिक्कत नहीं आने दी जाएगी, लगातार संक्रमित मामले कम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में फूसगढ़ के कोविड सैंटर में 200 बैड का अस्पताल बनाया जाएगा जिसमें 150 बैड ऑक्सीजन युक्त होंगे।
विधायक हरविन्द्र कल्याण ने मंत्री से मांग की कि उन्होंने जब सीएचसी व पीएचसी में व्यवस्था का जायजा लिया तो स्थिति काफी बेहतर थी परंतु कुछ व्यापारी लोग अपनी मांगों को लेकर उनसे मिले, व्यापारियों ने कहा कि लॉकडाउन के कारण पिछले 20 दिनों से दुकानें बंद हैं इससे दिक्कत हो रही है। उन्होंने डीसी व मंत्री से बीच का रास्ता निकालने का सुझाव दिया।