करनाल – जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में करनाल के गाँव डिंगर माजरा का जवान शहीद हो गया l जैसे ही उनके शहीद होने की खबर उनके गांव डिंगर माजरा पहुंची पूरा गांव गमगीन हो गया l शहीद हवलदार बलजीत सिंह (36) का पार्थिव शरीर आज सुबह उनके पैतृक गांव पहुंचा। बुधवार की सुबह उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया l पूरा गाँव भारत माता की जय के जयकारों के साथ शहीद के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा । कई सामाजिक संस्थाओं ,पार्टियों के स्थानीय नेता व् विधायक हरविंदर कल्याण मौजूद रहे l शहीद के अंतिम संस्कार के समय सेना के अधिकारी भी मौजूद थे l
शहीद बलजीत सिंह 50 राष्ट्रीय राइफल में हवलदार के पद पर तैनात थे। सोमवार रात 2:30 बजे आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर रत्नीपोरा इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। आतंकी एक घर व स्कूल में जा छिपे। आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान हवलदार बलजीत सिंह ने एक आतंकी को ढेर कर दिया। तभी सामने से आतंकियों की दो गोली बलजीत सिंह को लग गई। दो अन्य जवान भी घायल हो गए। घायल नायक सानीद व हवलदार बलजीत सिंह की अस्पताल में मौत हो गई। वहीं, जवान चंदर पाल को 92 बेस अस्पताल में रेफर किया है। जनवरी 2002 में हवलदार बलजीत सिंह 2 मैक इनफेंट्री में भर्ती हुआ था व महाराष्ट्र के अहमदनगर में ट्रेनिंग की थी। हवलदार बलजीत ने एनएसजी कमांडो की ट्रेनिंग पूरी की थी व वर्ष 2015 से वर्ष 2017 तक नई दिल्ली में एनएसजी में वीवीआईपी डयूटी में तैनात रहे।
शहीद के परिवार में शहीद हवलदार बलजीत की पत्नी अरूणा, एक तीन वर्षीय बेटा अरनव, सात वर्षीय बेटी जन्नत, 75 वर्षीय किसान पिता किशनचंद है। शहीद की माता मूर्ति का पहले ही देहांत हो चुका है।