Breaking News Karnal:विजया बैंक के ए.टी.एम. से चोरी मामले में पुलिस ने आरोपी को काबू किया

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करनाल – विजया बैंक के ए.टी.एम. से 11.55 लाख रूपये चोरी करने के मामले में पुलिस ने आरोपी को काबू कर लिया है l इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक करनाल सुरेन्द्र सिंह भौरिया ने बताया कि ए.टी.एम चोरी की इस वारदात के आधार पर मामला दर्ज कर जांच जिम्मेवारी डिटेक्टिव स्टाफ करनाल को सौंपी गई थी, जो अपनी जिम्मेवारी को पूरी मेहनत और लगन से निभाते हुए डिटेक्टिव स्टाफ ने मामले को सुलझाया l जाँच के दौरान पुलिस के डिटेक्टिव स्टाफ के शक की सुई बार-बार कुछ दिन पहले सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी छोड़ चुके विरेन्द्र सिंह के आसपास ही आकर रूकती थी। जो पुलिस टीम द्वारा विरेन्द्र सिंह पुत्र चन्द्रभान वासी तितरम जिला कैथल हाल किरायेदार दयानन्द कालोनी नजदीक मोहन गैस एजेंसी की तलाश शुरू की गई, दयानन्द कालोनी में पता करने पर मकान मालिक ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ अपने गांव गया हुआ है, उसके गांव में पता करने पर भी वह मौजुद नहीं मिला, जिससे पुलिस का शक उस पर ओर भी गहरा गया। पुलिस टीम ने आरोपी को नेवल आवर्धन नहर के पास पहुंचकर धरदबोचा और उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जे से एक अवैध देसी पिस्तौल 315 बौर बरामद हुई है l

पुलिस टीम द्वारा आरोपी के साथ सख्ती से पूछताछ करने पर उसने ए.टी.एम. चोरी की वारदात का खुलासा किया, जो उसकी निशानदेही पर पुलिस टीम द्वारा दयानन्द कालोनी करनाल स्थित उसके किराये के मकान से ए.टी.एम. से चोरी की गई रकम में से 10.75 लाख रूपये और एक ए.टी.एम. का कैश बाक्स बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान बैंक की भी कुछ खामिया सामने आई हैं, जैसे बैंक द्वारा सिक्योरिटी गार्ड नियुक्त करने से पहले उसकी पुलिस वैरिफीकेशन नही करवाई गई थी, जबकि इस आरोपी का पहले ही क्रिमनल रिकार्ड था। ए.टी.एम. में कैश डालते समय सिक्योरिटी गार्ड अदर रहता था और उसके सामने ही कैश मशीन में डाला जाता था। एसपी ने बताया कि पिछले करीब डेढ़ साल से मशीन का कोड भी नहीं बदला गया था, जिसकी वजह से आरोपी को वारदात को अंजाम देने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। एसपी ने मीडिया के माध्यम से अपील करते हुए कहा कि जिन कर्मचारियों की ए.टी.एम. मशीन में कैश डालने की जिम्मेवारी है, वे इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही ने बरतें। कैश डालते समय जिम्मेवार अधिकारी या कर्मचारियों की ही मदद लें और समय-समय पर इसका कोड बदलते रहें। आज आरोपी को अदालत के सामने पेशकर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा और दौराने रिमांड आरोपी से बकाया कैश व अन्य ए.टी.एम. कैश बाक्सों के संबंध में पूछताछ की जाएगी।