करनाल – हरियाणा राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन तथा वरिष्ठ कांग्रेस नेता स. त्रिलोचन सिंह ने कहा है कि हरियाणा की भाजपा सरकार प्रदेश के लोगों को सुरक्षा देने में पूरी तरह से विफल रही हैं। प्रदेश में हत्या,लूट अपहरण,बलात्कार,छेड़छाड़ और हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। उन्होंने सरकार से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर श्वेतपत्र जारी कराने की मांग की हैं। उन्होंने बताया कि गत दिवस फरीदाबाद में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी का दिन दहाड़ सरे राह कत्ल हो जाता हैऔर मुख्यमंत्री को इसकी कोई जानकारी नहीं होती। मुख्यमंत्री प्रदेश की कानून व्यवस्था के प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार राजनीतिक विरोधियों को डरा धमका रही है। उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने सरकार पर लोगों के साथ जातिगत भेदभाव करने का आरोप लगाया। वह पत्रकारोंं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री की नगरी करनाल में कानून व्यवस्था की चर्चा करते हुए कहा कि यहां पर 25 दिन में 12 से अधिक अज्ञात शव मिले हैं। प्रेम नगर में एक सप्ताह के भीतर मुख्यमंत्री के निवास के पास बने पार्क में दो युवकों की हत्या से लोग डरे हुए हैं। महिलाओं के साथ अपराध, चैन स्नेचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। चौरियों की घटनाओं के बढऩे से लोग असुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि अपराध बढऩे का मुख्य कारण भाजपा नेताओं का पुलिस पर अनचाहा दबाव भी हैं। पिछले दिनों अंबाला में एसपी के खिलाफ विधायक ने नारेवाजी की। उसके बाद उसका तवादला कर दिया। इससे पहले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पानीपत की तत्कालीन एसपी सगीता कालिया के साथ अपमान जनक व्यवहार किया था। इससे पुलिस अफसरों का मनौबल टूट रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार जातिगत भेदभाव कर रही है। मुख्यमंत्री ने धार्मिक स्थलों की यात्रा करने के समय गुरुद्वारों को इसमें शामिल नहीं किया। हरियाणा राज्य अल्प संख्यक आयोग को गठित करने से इनकार कर दिया। डाचर गुरुद्वारा में मत्था नहीं टेका। उन्होंने कहा कि जब सरकार ने करनाल के प्राचीन गेटों का नाम बदल दिया तो कलंदरी गेट का नाम कलंदर फकीर के नाम पर क्यों नहीं रखा। उन्होंने कहा कि करनाल में किसी एक गेट का नाम गुरुनानक देव जी के नाम पर रखे। उन्होंने कहा कि नगर निगम ने प्रस्ताव पारित कर बलड़ी वाई पास के पास बन रहे गेट का नाम गुरुनानक देव जी के नाम पर रखने की बात कही थी। लेकिन अब इस गेट का नाम बदलने की तैयारी की जा रही है यह सब सरकार के जातिगत भेदभाव का सबसे बड़ा उदाहरण है। सरदार त्रिलोचन सिंह ने कहा कि चौदह जुलाई को 2015 को नगर निगम ने प्रस्ताव पारित कर गुरुनानक देव जी के करनाल आने के 550 साल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में बलड़ी वाइपास के पास स्वागत द्वार बनाने का संकल्प लिया था। उन्होंने बताया कि माडल टाउन गुरुद्वारे पर प्रशासन ने कब्जा कर लिया है। जब कि प्रशासन दोनों पक्षों को बिठा कर कोई नया रास्ता निकाल सकता था। सरकार इसे दिशा में पहल कर सिखों को गुरुद्वारे का प्रबंधन सौंपे। उन्होंने बताया कि डेरा मुखी गुरुमीत राम रहीम को सरकार गृह विभाग खास तौर पर गोपनीय रिपोर्ट को नजर अंदाज नहीं करे। अन्यथा प्रदेश में खून खराबा हो सकता है।उन्होंने कहा कि सरकार 36 विरादरी को साथ लेकर चले। इस अवसर पर सिख समाज के जोर सिंह,मुख्त्यार सिंह,कर्मपाल सिंह,तथा होशियार सिंह मौजूद थे।