रिपोर्ट-निखिल/कुल्लू-हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिलों के लोगों ने अपनी सदियों पुरानी संस्कृति, परम्पराओं और मूल्यों को आज भी सहेज कर रखा है। आज के भौतिकतावाद के दौर में पुरानी परम्पराओं को जीवित रखना बेशक चुनौतिपूर्ण है, लेकिन जनजातीय क्षेत्रों के लोग इस बात पर गर्व कर सकते हैं कि वे आज भी अपने सामाजिक आदर्शों और मूल्यों का सम्मान करते हैं। यह बात जनजातीय विकास, कृषि तथा सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री डा. राम लाल मारकण्डा ने आज कुल्लू के उपनगर भूंतर स्थित जनजातीय भवन में लाहौल-स्पिति छात्र संगठन द्वारा आयोजन शगुन-2019 के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कही।
डा. मारकण्डा ने कहा कि लाहौल-स्पिति एक दुर्गम और दूर-दराज का क्षेत्र है, जो पांच से छः माह तक शेष विश्व से कटा रहता है। बावजूद इसके यहां के मेहनतकश लोगों ने कृषि व बागवानी के क्षेत्र में जिला को अग्रिम पंक्ति में ला खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि जिले के लोग बहुत परिश्रमी हैं और कठिन परिस्थितियों में खेतों व बागानों में काम करके अपनी आर्थिकी को न केवल मजबूत किया है, बल्कि प्रदेशभर में प्रति व्यक्ति आय सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा कि लाहौल घाटी के लिए सुंरग पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देन है और इसका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और इसी वर्ष लोकार्पण की संभावना है। सुरंग के बन जाने से लाहौल-स्पिति जिले के पर्यटन को चार चांद लगेंगे और यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। सबसे बड़ी बात कि जिले के लिए बारहमासी कनेक्टिविटी मिलेगी और लोगों का जीवन काफी आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सुरंग के शीघ्र लोकार्पण पर जिला सहित पूरे प्रदेश की नज़रें टिकी हैं। उन्होंने कहा हालांकि राज्य सरकार ने लाहौल घाटी के लिए हैलीकाॅप्टर की उड़ानें समय-समय पर करवाई है, लेकिन मौसम के लम्बे समय तक खराब रहने के कारण इनमें काफी व्यवधान आया। उन्होंने घाटी के लोगों को राहत प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार भी व्यक्त किया।
इससे पूर्व लाहौल-स्पिति छात्र संघ के अध्यक्ष राहुल नालडु ने स्वागत किया और एसोसियेशन की गतिविधियों की जानकारी दी। बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए टशी दावा और मोहन कपूर ने भी युवाओं को संबोधित किया। जिला के विभिन्न भागों से कुल्लू में रह-रहे छात्र-छात्राओं ने शगुन-2019 में अपनी पारम्परिक लोक प्रस्तुतियां दी और दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम में देर सांय लाहौल की मशहूर लोक गायिका रोजी शर्मा ने अपनी मधुर गीतों से युवाओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।