रिपोर्ट -कांता पाल / नैनीताल – जहां पूरा विश्व कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहा है। तो वही पहाड़ो की लाइफ लाइन कही जाने वाले नेशनल हाइवे से सटे ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री के आदेशों का पालन करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी है। यही कारण है कि नैनीताल जिले में खुपी गांव के ग्रामीणों ने पूरे गाँव को ही सील कर दिया है. ताकि बाहर का कोई व्यक्ति भी गांव में प्रवेश न करने पाए। नेशनल हाइवे से सटे खुपी गांव ग्रामीणों ने अपने गांव को ही सील कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है उनका गांव नेशनल हाईवे पर पड़ता है.
जिसकी वजह से उनके गांव में संदिग्ध लोगों के आने का खतरा बढ़ सकता है. इसी वजह से उन्होंने बाहर से आने वाले लोगों के लिए गांव को बंद कर दिया गया है. इतना ही नहीं गांव की महिलाएं दिन में अपने गांव में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों की निगरानी करने के लिए टीमें बनाकर और रास्तों पर बाढ़ लगाकर चौकीदारी भी कर रही हैं तो वहीं, गांव के पुरुष रात के समय गांव की सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे हैं। गांव के युवकों ने कोविड-19 टीम का गठन भी किया है, जो अपने गांव समेत आसपास के गांव में जाकर लोगों के कोरोना और लॉकडाउन के बारे में जागरुक कर रहे है. इसके साथ ही वे बाहर से आने वाले लोगों पर नजर भी रख रहे है। जब ग्रामीणों द्वारा गांव में लगाए गए प्रतिबंध को लेकर बात की उन्होंने कहा कि हमने अपने गांव में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम को सफल बनाने के लिए और देश मे फैल रही कोरोना से बचने के लिए सर्वसम्मति से ये फैसला किया गया है कि गांव में बाहर से आने वाले किसी भी मजदूर या रिश्तेदार को गांव के अंदर नहीं आने दिया जाएगा।