रिपोर्ट –प्रवीण भारद्वाज /पानीपत -कोरोना वायरस ने देश व् विदेशो में आमिर गरीब हर किसी को अपनी चपेट में ले रखा है। सरकार के निर्देश पर प्रसाशन हर समय सेवा में लगा है ताकि इस महामारी से लोगो को बचाया जा सके। वंही पानीपत की रोड धर्मशाला में एक दिल में छेद का मरीज भी कोरोना के चलते लोकडाउन में फंसा है। हालाँकि यह पिछले लम्बे समय से पानीपत में ही रहकर अपना गुजर बसर करता है। लेकिन अब उसने सरकार व् प्रसाशन से इलाज करवाने की गुहार लगाई है । डॉक्टरों ने कहा बाहर निकलने की मजबूरी के चलते कहीं आने जाने को मजबूर है । प्रशासन व् स्वास्थ्य विभाग धर्मशाला में दवा मुहैया करवा रहा है ।
जरा सोचिए ऐसा होने पर वह एक कमरे में कैद हैं उसका परिवार चिंतित है तो इस स्थिति में क्या करें। यह मामला पानीपत की रोड धर्मशाला में बने शेल्टर होम में रह रहे एक राकेश नाम के व्यक्ति का सामने आया है। जिसका कहना है वह पिछले कई सालों से पानीपत में रह रहे हैं लेकिन अब लोकडाउन के चलते वह न तो अपने घर राजस्थान जा पा रहे हैं और न ही बीमारी का इलाज करवा सक रहे हैं । साथ ही उन्होंने बताया कि वह गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। उनके पास इस दिल की बीमारी का इलाज करवाने के लिए पैसा भी नहीं है। जिसको लेकर वह विधायक प्रमोद विज से लेकर अमित शाह समेत पूरे जिला प्रशासन को पत्र लिख चुके हैं। उन्होंने बताया कि रोहतक पीजीआई में उनका इलाज होना है। लेकिन वह यहां पर कैद हो गए हैं साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें खासी और जुकाम -बुखार इत्यादि की दवाइयां तो मिल रही हैं खाना भी मिल रहा है। लेकिन दिल की छेद की बीमारी का कोई इलाज और दवाई नहीं मिल रही है l
वही शेल्टर होम में ड्यूटी कर रही डॉक्टर अनुपमा ने बताया… की लोक डाउन के चलते वह भी मजबूर हैं और सरकार व प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने बताया किस सरकार ने आपातकालीन सेवाओं के लिए ही अस्पतालों को खोला गया है। उन्होंने बताया कि अगर इसको यहां से ले जाया जाता है तो भी इनकी सर्जरी होना अभी संभव नहीं है। वही दवाई को लेकर डॉक्टर ने कहा कि वह खांसी से लेकर और अन्य दवाइयां सबको दे रहे हैं। लेकिन उनके दिल की बीमारी है जिसकी दवाई उनके पास उपलब्ध नहीं है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि वह पिछले कई सालों से इस बीमारी को सरवाइव कर रहे हैं। उनका यह भी मानना है कि लोकडाउन खुलने के बाद तक वह सरवाइव कर सकते हैं और फिर उसका इलाज करवाया जा सकता। वंही मरीज प्रशासन व् सरकार को लगातार इलाज मुहैया करवाने की अपील कर रहा है।