सोनीपत -सुरेन्द्र/सोनीपत – शहर के बहालगढ़ रोड पर सिद्धार्थ कॉलोनी के पास सीवर टैंक की सफाई करने उतरे मजदूर गैस के प्रभाव में आकर बेसुध होने के बाद उसे बचाने उतरे पड़ोसी साथी कर्मी व बेटे की भी मौत हो गई। प्रशासनिक अमले ने करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद तीनों शवों को बाहर निकाला। सीवर टैंक में गैस होने के कारण राहत कार्य में देरी हुई। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस का कहना है कि मामले में बैंक्वेट हॉल संचालक की लापरवाही सामने आई है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
आदर्श नगर का रहने वाला प्रेम उर्फ पांडू (48) सीवर टैंक की सफाई का काम करता था। वह बुधवार तीसरे पहर अपने बेटे विनय (18), पड़ोसी दीपक (32) व साली के बेटे धीरज के साथ सिद्धार्थ कॉलोनी के पास स्थित बैंक्वेट हॉल में सीवर टैंक की सफाई करने गया था। प्रेम उर्फ पांडू सीवर टैंक की सफाई के लिए उसमें उतर गया। इसी बीच अंदर गैस होने के कारण उसके प्रभाव में आकर वह बेसुध हो गया। जिसका पता लगते ही दीपक उसे बचाने के लिए अंदर चला गया। वह भी गैस के प्रभाव में आ गया और बेसुध हो गया। जिस पर विनय अपने पिता व पड़ोसी को बचाने के लिए सीवर टैंक में उतरने लगा। उसका धीरज ने पकड़ रखा था। टैंक में जाते ही विनय भी गैस के प्रभाव में आ गया। जिस पर धीरज सीढ़ी से बाहर भाग आया। उसने वहां मौजूद बैंक्वेट हॉल कर्मियों को मामले से अवगत कराया। जिस पर मामले की सूचना प्रशासन को दी गई। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और तीनों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन टैंक में गैस होने के चलते उन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका। बाद में सेफ्टिक टैंकर से टैंक को खाली कराया गया। जिसके बाद गैस का प्रभाव कुछ कम होने पर फायर ब्रिगेड कर्मी को आक्सीजन सिलिंडर देकर अंदर भेजा गया। जिसके बाद तीनों के शव ही बाहर निकाले जा सके। सदर थाना पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने के लिए सामान्य अस्पताल में भिजवा दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वजीर सिंह, थाना प्रभारी सदर सोनीपत ने बताया कि सिद्धार्थ कॉलोनी के पास स्थित बैंक्वेट हॉल में सीवर टैंक की सफाई के दौरान फंसे मजदूर को बचाने के प्रयास में तीन की मौत हो गई। जिसमें पिता-पुत्र व पड़ोसी शामिल है। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। बैंक्वेट हॉल में सफाई के दौरान कोई उपकरण नहीं दिए गए थे। जिससे बैंक्वेट हॉल संचालक की लापरवाही सामने आई है। जांच के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया आएगा।