रिपोर्ट -कांता पाल / नैनीताल- विगत दो दिनों से देश के विभिन्न प्रान्तो ंसे बडी संख्या में लोगों की जिले मे आमद शुरू हो चुकी है ऐसे लोगों के संक्रमित होने की सम्भावना से इंकार नही किया जा सकता है। यदि इनमे से कोई संक्रमित हुये तो निश्चय ही जनपद में संक्रमण फैलने की सम्भावन बढ जायेगी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सिटी रिस्पांस टीम व विलेज रिस्पांस टीमो की जिम्मेदारी और बढ जाती है यह बात जिलाधिकारी सविन बंसल ने सर्किट हाउस में कोविट सम्बन्धित अधिकारियों व सीआरटी, बीआरटी की बैठक लेते हुये कही। उन्होने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों का पूर्ण विवरण के साथ डाटा अंकन करें, उस डाटा को सीआरटी, बीआरटी के साथ साझा किया जाए तथा 14 दिन अनिवार्य रूप से होम कोरेन्टाइन किया जाए। जनपद के साथ ही अल्मोडा, बागेश्वर, पिथौरागढ जनपदों के लोग जनपद में पहुच रहे है। यह लोग राज्यों के अलग-अलग रेड व आॅरेंज जोनो से आ रहे है। इसलिए सतर्कता के साथ चिन्हिकरण अति आवश्यक है ताकि उनका ससमय स्वास्थ्य परीक्षण कर उनको गन्तव्य को भेजना सुनिश्चित करें।
उन्होने सीआरटी, बीआरटी टीमो को निर्देश दिये कि वे जनपद के शहरो व गांवो मे स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम कोरोन्टीन किये गये व्यक्तियों पर पैनी नजर रखे तथा होम कोरेन्टीन किये गये व्यक्ति के आस पडोस मे रह रहे लोगो के साथ ग्राम प्रधानो, सभासदों व अन्य जनप्रतिनिधियों को जागरूक करते हुये उनकी जानकारी दें। यदि होम कोरेन्टीन किया गया व्यक्ति कोरेन्टीन प्रोटोकाल का पालन नही करता है व बाहर घूमता पाया जाता है तो उसकी सूचना कन्टोल रूम के साथ ही पुलिस व स्वास्थ्य टीम को अवश्य दें ताकि होम कोरेन्टीम का अनुपालन ना करने पर सम्बन्धित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुये संस्थागत कोरेन्टीन मे शिफ्ट किया जा सके। श्री बंसल ने कहा कि कि कोई भी बाहर से आने वाला व्यक्ति स्कैनिंग व स्वास्थ्य परीक्षण से कतई छूटे ना पाये। इस हेतु बाहर से आने वाले लोगों की सूची स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त कर सीआरटी, बीआरटी टीमें तत्परता से त्वरित कार्यवाही करें। जिलाधिकारी ने कहा कि कई व्यक्ति विभिन्न राज्यों व जनपदों से समक्ष अधिकारी द्वारा जारी पास के माध्यम से जनपद मे प्रवेश कर रहे है ऐसे लोग अपने शहर अथवा गांवों मे प्रवास हेतु पहुच रहे है। जिनकी सूची मे नाम सम्मलित नही हो पा रहा है को भी सीआरटी, बीआरटी टीमें अपने क्षेत्रों मे जाकर वहा के लोगों व जनप्रतिनिधियो से पूछताछ व वार्ता कर चिन्हित करना सुनिश्चित करे ताकि उन्हे होम कोरेन्टीन किया जा सके। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य, सीआरटी, बीआरटी टीमें होम कोरेन्टीन किये गये लोगो के नियमित जांच करेंगे यदि होम कोरेन्टीम व्यक्तियों मे कोई लक्षण दिखते है तो उसकी सूचना सीएमओ व कन्टोल रूम को देना सुनिश्चित करेंगे ताकि उस व्यक्ति की जांच कर आइसोलेशन मे रखकर उपचार किया जा सके।