रिपोर्ट -कांता पाल /नैनीताल- उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के जन्मदिन के अवसर पर नैनीताल में सेवा और सामाजिक समर्पण से युक्त विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। दिनभर चले इन विविध कार्यक्रमों ने मानवीय सेवा के मूल्यों को सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया और क्षेत्र में जनकल्याण की एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः पाषाण देवी मंदिर में भगत सिंह कोश्यारी जी की दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन की कामना हेतु विधिवत पूजा-अर्चना से हुई। इसके पश्चात शिशु मंदिर विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के बीच मिष्ठान वितरण कर उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेरी गई। दोपहर को सभी भाजपा कार्यकर्ता बी.डी. पांडे अस्पताल पहुंचे जहां उनके द्वारा भर्ती मरीजों और तीमारदारों को फल वितरित करे ,जिससे मरीजों के पोषण का ध्यान रखा,बल्कि पीड़ितों के बीच अपनापन और संवेदना का संदेश भी पहुँचाया।
यह आयोजन कामेश्वर प्रसाद काला एवं नितिन कार्की (मंडल अध्यक्ष, नैनीताल) के नेतृत्व में संपन्न हुआ, जिसमें विधायक सरिता आर्या, दर्जा राज्य मंत्री शांति मेहरा, सांसद प्रतिनिधि गोपाल सिंह लरावत, मंडल अध्यक्ष नितिन कार्की, उपाध्यक्ष मोहित लाल साह, निखिल बिष्ट, मंडी सलाहकार मनोज जोशी, पूर्व मंडल अध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट, अरविंद सिंह पडियार, मंडल महामंत्री आशीष बजाज, मंडल मंत्री प्रदीप कुमार आर्य, मंडल मंत्री विकास जोशी, कार्यालय मंत्री भारत सिंह मेहरा, कोषाध्यक्ष मनोज पंत, युवराज सिंह करायत, पूर्व सभासद श्याम सिंह बिष्ट, कामेश्वर प्रसाद काला, युवा मोर्चा महामंत्री रितुल कुमार, राहुल नेगी, अतुल पाल, मनोज पवार, विकास जोशी, गौरव हार्पर, मयंक सिराला, डा. द्रौपदी गर्ब्याल, डा. महिमन सिंह दुग्ताल, पूर्व प्रदेश मंत्री महिला मोर्चा रीना मेहरा, दीपिका बिनवाल, सुमन माहौरी, शैलेश सिंह बिष्ट एवं इंद्र कुमार जोशी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। तथा अनेक समाजसेवियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों, समर्पित कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय नागरिकों का सक्रिय सहयोग रहा, जिन्होंने अपनी उपस्थिति से इस पुण्य अवसर को गरिमा प्रदान की।
उल्लेखनीय है कि भगत सिंह कोशियारी ने वर्ष 2001 से 2002 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और वर्ष 2019 से 2023 तक महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। वे भारतीय राजनीति में सादगी,सेवा और सद्भावना के प्रतीक माने जाते हैं ।