रिपोर्ट -कांता पाल /नैनीताल- उत्तराखंड में लोक परम्परा कृषि व सुख समृद्धि पर आधारित हरेला पर्व का अपना अलग ही महत्व हैं।इस त्यौहार को सबसे खुशहाली वाला दिन मनाया जाता हैं। नैनीताल के भीमताल में कई दशकों से भीमताल के रामलीला मैदान में हरेले मेले का आयोजन हो रहा है। आयोजकों द्वारा भीमताल के आसपास के क्षेत्रों में पेड़ पौधे लगाने के साथ ही उत्तराखंड की संस्कृति को मंचन किया जाता है ताकि लोगों को यहां की संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिले।
भीमताल में आयोजित कार्यक्रम में पहुचे मुख्य अतिथि नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने पेड़ लगाकर हरेले मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। सांसद अजय भट्ट में कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प *एक वृक्ष मां के नाम* को जीवंत रूप देने के लिए हम सब वचनबद्ध हैं। निश्चित रूप से हरेला हरियाली का त्योहार है यह उत्तराखंड के विशिष्ट त्योहारों में से एक है। पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में 30 पेड़ अनिवार्य रूप से लगाने चाहिए क्योंकि हर मनुष्य अपने जीवनकाल में लगभग 30 पेड़ों के बराबर ऑक्सीजन को ग्रहण करता है। हम सभी को जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करना होगा।